बना दी ऐसी चार्जेबल बाइक जो बैट्री खत्म होने पर पेट्रोल से भी दौड़ेगी
साढ़े तीन घंटे में फुल चार्ज बैटरी से 80 किलोमीटर तक बाइक चलेगी।
By AbhishekEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 02:59 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 02:59 PM (IST)
विक्सन सिक्रोडिय़ा, कानपुर। पर्यावरण के लिहाज से बैट्री चलित बाइक अब और अधिक उपयोगी साबित होने वाली है। अभी बैट्री खत्म होने की समस्या से चार्जेबल बाइक की मांग कम थी लेकिन अब ऐसी बाइक बनकर तैयार हो चुकी है, जो बैट्री डिस्चार्ज होने के बाद पेट्रोल से भी चलाई जा सकेगी। इस बाइक की बैट्री को साढ़े तीन घंटे में फुल चार्ज करके 80 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। बैट्री-पेट्रोल बाइक के सपने को शुक्लागंज में रहने वाले प्रशांत कुमार ने साकार किया है।
दसवीं तक शिक्षित हैं प्रशांत
महज दसवीं तक पढ़ाई करने के बावजूद प्रशांत ने ऐसी बाइक बनाई है, जो बैटरी और पेट्रोल दोनों से चल सकती है। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण स्कूल जाने की उम्र में प्रशांत कुमार ने नौकरी शुरू कर दी। एक पान मसाला फैक्ट्री में सेल्समैन के रूप में काम करने के लिए प्रशांत को घर से 15 किलोमीटर साइकिल चलाकर आना पड़ता था। अचानक एक दिन ख्याल आया कि क्यों न साइकिल में बैटरी का प्रयोग किया जाए। प्रयोग सफल रहा। इससे हौसला मिला।
एक साल की मेहनत के बाद तैयार हुई बाइक
प्रशांत के मुताबिक उसने नए-नए प्रयोग शुरू कर दिए। इलेक्ट्रिक साइकिल, फोर्ड साइकिल व अपने नाना के लिए ई-रिक्शा बनाया। जो बेहद सस्ते उपकरणों से तैयार किया। इसके बाद साल भर तक रिसर्च करने के बाद बैटरी-पेट्रोल बाइक बनाने में सफलता मिली। अभी तक बाजार में बैट्री चलित बाइक उपलब्ध हैं लेकिन कुछ दूर चलने के बाद बैट्री डिस्चार्ज होने की समस्या उनकी मांग कम है। ऐसे में बैट्री-पेट्रोल बाइक अब लोगों के लिए मुफीद साबित होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी उपयोगी होगी। इस बाइक की बैट्री को साढ़े तीन घंटे में फुल चार्ज करने के बाद करीब अस्सी किलोमीटर तक चलाया जा सकेगा। यदि बैट्री डिस्टचार्ज हो जाती है तो फिर इसे पेट्रोल मोड में लेकर चलाया जा सकता है। यह बिल्कुल उस कार की तरह होगा, जिसमें सीएनजी और पेट्रोल दोनों का फंक्शन होता है।
स्टार्टअप समिट के लिए मिला आमंत्रण
बैटरी-पेट्रोल बाइक के आविष्कार ने प्रशांत को नई पहचान दिलाई। इस आविष्कार की जानकारी के बाद उसे 28-29 जनवरी को मेडिकल कॉलेज बांदा में होने जा रही इनोवेशन एंड स्टार्टअप समिट-2019 के लिए आमंत्रित किया गया है। समिट में वह अपने इस प्रयोग के बारे में बताएगा।
लीथियम बैटरी से तैयार की ईको बाइक
प्रशांत के मुताबिक प्रयोग के लिए उसने पहले पुरानी मोटरसाइकिल ली। इसमें अपने हाथ से बनाई गई लीथियम बैटरी लगाई। इस बैटरी में 117 लीथियम आयन लगे हैं, जिसकी बाजार में कीमत तकरीबन 22 हजार रुपये है, जबकि इसे सिर्फ आठ हजार रुपये में तैयार किया गया है। बाइक में 48 वोल्ट की मोटर लगी है, जो बैटरी से संचालित होती है। हैंडल के बाएं तरफ अलग से एक्सीलेटर दिया गया है जो सिर्फ बैटरी के लिए है। इसी के ऊपर एक स्विच लगा है जिसकी मदद से बैटरी डिस्चार्ज होने पर पेट्रोल से बाइक को चलाया जा सकेगा। पेट्रोल से बाइक चलाने पर हैंडल के दाहिने तरफ एक्सीलेटर से मदद लेनी होगी और बाकायदा गियर का भी प्रयोग करना पड़ेगा। इस तकनीक में कुल 25 हजार का खर्च आएगा।
घर की जिम्मेदारी है प्रशांत पर
प्रशांत की इस उपलब्धि पर पिता बुद्धिलाल कुशवाहा व मां पन्नो देवी बेहद खुश हैं। वह बताते हैं कि दो भाई व एक बहन की जिम्मेदारी प्रशांत के कंधे पर है। इसे बखूबी निभाने के साथ वह नित नए प्रयोग करता है। वहीं प्रशांत का कहना है कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से उसने ईको बाइक बनाई है।
दसवीं तक शिक्षित हैं प्रशांत
महज दसवीं तक पढ़ाई करने के बावजूद प्रशांत ने ऐसी बाइक बनाई है, जो बैटरी और पेट्रोल दोनों से चल सकती है। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण स्कूल जाने की उम्र में प्रशांत कुमार ने नौकरी शुरू कर दी। एक पान मसाला फैक्ट्री में सेल्समैन के रूप में काम करने के लिए प्रशांत को घर से 15 किलोमीटर साइकिल चलाकर आना पड़ता था। अचानक एक दिन ख्याल आया कि क्यों न साइकिल में बैटरी का प्रयोग किया जाए। प्रयोग सफल रहा। इससे हौसला मिला।
एक साल की मेहनत के बाद तैयार हुई बाइक
प्रशांत के मुताबिक उसने नए-नए प्रयोग शुरू कर दिए। इलेक्ट्रिक साइकिल, फोर्ड साइकिल व अपने नाना के लिए ई-रिक्शा बनाया। जो बेहद सस्ते उपकरणों से तैयार किया। इसके बाद साल भर तक रिसर्च करने के बाद बैटरी-पेट्रोल बाइक बनाने में सफलता मिली। अभी तक बाजार में बैट्री चलित बाइक उपलब्ध हैं लेकिन कुछ दूर चलने के बाद बैट्री डिस्चार्ज होने की समस्या उनकी मांग कम है। ऐसे में बैट्री-पेट्रोल बाइक अब लोगों के लिए मुफीद साबित होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी उपयोगी होगी। इस बाइक की बैट्री को साढ़े तीन घंटे में फुल चार्ज करने के बाद करीब अस्सी किलोमीटर तक चलाया जा सकेगा। यदि बैट्री डिस्टचार्ज हो जाती है तो फिर इसे पेट्रोल मोड में लेकर चलाया जा सकता है। यह बिल्कुल उस कार की तरह होगा, जिसमें सीएनजी और पेट्रोल दोनों का फंक्शन होता है।
स्टार्टअप समिट के लिए मिला आमंत्रण
बैटरी-पेट्रोल बाइक के आविष्कार ने प्रशांत को नई पहचान दिलाई। इस आविष्कार की जानकारी के बाद उसे 28-29 जनवरी को मेडिकल कॉलेज बांदा में होने जा रही इनोवेशन एंड स्टार्टअप समिट-2019 के लिए आमंत्रित किया गया है। समिट में वह अपने इस प्रयोग के बारे में बताएगा।
लीथियम बैटरी से तैयार की ईको बाइक
प्रशांत के मुताबिक प्रयोग के लिए उसने पहले पुरानी मोटरसाइकिल ली। इसमें अपने हाथ से बनाई गई लीथियम बैटरी लगाई। इस बैटरी में 117 लीथियम आयन लगे हैं, जिसकी बाजार में कीमत तकरीबन 22 हजार रुपये है, जबकि इसे सिर्फ आठ हजार रुपये में तैयार किया गया है। बाइक में 48 वोल्ट की मोटर लगी है, जो बैटरी से संचालित होती है। हैंडल के बाएं तरफ अलग से एक्सीलेटर दिया गया है जो सिर्फ बैटरी के लिए है। इसी के ऊपर एक स्विच लगा है जिसकी मदद से बैटरी डिस्चार्ज होने पर पेट्रोल से बाइक को चलाया जा सकेगा। पेट्रोल से बाइक चलाने पर हैंडल के दाहिने तरफ एक्सीलेटर से मदद लेनी होगी और बाकायदा गियर का भी प्रयोग करना पड़ेगा। इस तकनीक में कुल 25 हजार का खर्च आएगा।
घर की जिम्मेदारी है प्रशांत पर
प्रशांत की इस उपलब्धि पर पिता बुद्धिलाल कुशवाहा व मां पन्नो देवी बेहद खुश हैं। वह बताते हैं कि दो भाई व एक बहन की जिम्मेदारी प्रशांत के कंधे पर है। इसे बखूबी निभाने के साथ वह नित नए प्रयोग करता है। वहीं प्रशांत का कहना है कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से उसने ईको बाइक बनाई है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें