हड़ताल से आलू-प्याज धड़ाम
सामान्य तौर पर हड़ताल के दौरान वस्तुओं के रेट बढ़ जाते हैं लेकिन ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल ने आलू, प्याज की कीमतें गिरा दी हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर : सामान्य तौर पर हड़ताल के दौरान वस्तुओं के रेट बढ़ जाते हैं लेकिन ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल ने आलू, प्याज की कीमतें गिरा दी हैं। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल को देखते हुए चकरपुर मंडी के आढ़तियों ने ज्यादा आलू-प्याज मंगवा लिया लेकिन उन्हें यहां से आगे भेजने के लिए ट्रक ही नहीं मिले। बारिश के कारण नमी की वजह से दोनों जल्दी खराब हो जाते हैं, इसलिए दोनों के रेट कम कर जल्द से जल्द बिक्री की जा रही है। फिलहाल दोनों की आवक जारी है।
हड़ताल को देखते हुए ट्रांसपोर्टरों ने थोक सब्जी कारोबारियों से साफ कह दिया था कि वे रविवार तक उनके बाहर से आने वाले ट्रकों को आने देंगे। वे उसे रोकेंगे नहीं लेकिन आढ़तियों ने ज्यादा से ज्यादा आलू-प्याज मंगवाना शुरू कर दिया ताकि हड़ताल लंबी खिंचे तो मुनाफा कमाया जा सके। उन्हें उम्मीद थी कि आगे माल भेजने के लिए ट्रक मिल जाएंगे लेकिन अनलोडिंग के बाद ट्रक दोबारा लोड नहीं कराए जा रहे हैं। अब यही आवक कारोबारियों के लिए समस्या बन गई। चकरपुर मंडी में आलू-प्याज आ तो रहा है लेकिन कानपुर से आगे के जिलों के लिए जो माल जाता है, उसके लिए आढ़तियों को ट्रक नहीं मिल रहे हैं। शहर में आलू, प्याज की जो खपत होती है, उससे कहीं ज्यादा आलू, प्याज इस समय चकरपुर मंडी में है। शनिवार को भी सामान्य तरीके से 40 ट्रक प्याज और 60 ट्रक आलू चकरपुर मंडी पहुंचा। छोटी गाड़ियों से शहर के बाजारों में तो पहुंच रहा है लेकिन बाहर नहीं जा पा रहा। इन हालात में अब कीमतें घटाकर बेचना मजबूरी हो गया है।
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(थोक बाजार में यूं गिरी कीमतें)
सब्जी कीमत
गुरुवार अब
आलू मीडियम 8-10 6 से 6.50
आलू बड़ा 12-14 11-13
प्याज 15 14
(कीमतें रुपये प्रतिकिलो में हैं।)
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टमाटर की कीमत 10 रुपये तक बढ़ी
चकरपुर मंडी में बेंगलुरू से टमाटर आता है। इसके आने में रास्ते में ही कई दिन लग जाते हैं इसलिए हड़ताल के साथ ही बंगलुरू से टमाटर की लदान बंद हो गई है। शनिवार को चार ट्रक टमाटर ही कानपुर आए। इस वजह से टमाटर की कमी हो रही है। गुरुवार को 25 से 30 रुपये किलो थोक बाजार में बिक रहा टमाटर शनिवार को 35 से 40 रुपये में बिका।
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''अभी माल आ रहा है। टमाटर की कीमतें इसलिए बढ़ी हैं क्योंकि वह बहुत दूर से आता है। आसपास के राज्यों से आने वाली वस्तुएं जल्दी आ जाती है। सोमवार से माल आना बंद होगा। इसके बाद कीमतों में और तेजी से उतार-चढ़ाव होगा। - राजेश मिश्रा, आलू-प्याज आढ़ती।