छात्र बोला, रोजगार मेले में नौकरी दो नहीं तो देख लेंगे
पॉलीटेक्निक में जॉब फेयर का आयोजन, एचआर से अभद्रता, आरोपित छात्र को एक सेमेस्टर के लिए किया गया निष्कासित
जागरण संवाददाता, कानपुर : राजकीय पॉलीटेक्निक के जॉब फेयर में छात्र को दबंगई से नौकरी मांगना महंगा पड़ गया। छात्र ने निजी कंपनी के एचआर से कहा कि मैं लीडर हूं मुझे नौकरी चाहिए। अगर नौकरी नहीं दी तो देख लेना। पॉलीटेक्निक प्रशासन ने धमकी देने वाले डिप्लोमा इंजीनिय¨रग के इस छात्र को छह माह के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया। नौकरी के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे प्रदेशों से भी करीब तीन हजार छात्र छात्राएं जॉब फेयर में पहुंचे।
नौकरी पाने के लिए जॉब फेयर में सुबह से लेकर शाम तक इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनिय¨रग, इलेक्ट्रिकल इंजीनिय¨रग, सिविल इंजीनिय¨रग समेत डिप्लोमा इंजीनिय¨रग के छात्र छात्राओं का तांता लगा रहा। इन छात्रों को चुनने के लिए स्वास्थ्य, तकनीकी, सुरक्षा, फूड मैन्यूफैक्च¨रग व बैंकिंग सेक्टर की 26 कंपनियां आई। साक्षात्कार के जरिए इन छात्र छात्राओं का चयन किया जाना था। छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण बायो डाटा जमा करने से लेकर साक्षात्कार देने के लिए कई कक्षाओं में व्यवस्था की गई। इसी बीच राजकीय पॉलीटेक्निक कानपुर के डिप्लोमा इंजीनिय¨रग का एक छात्र दूसरे छात्रों को पीछे करते हुए आगे आया और साक्षात्कार ले रहे एक निजी कंपनी के एचआर मैनेजर से बोला कि मुझे नौकरी चाहिए। इस पर एचआर मैनेजर ने कहा कि तुम बिना नियम के आगे आ रहे हो। तुम्हारा नंबर भी आएगा। इस पर छात्र बोला कि मैं तो लीडर हूं ऐसे ही काम करता हूं। एचआर मैनेजर ने कहा कि हम इम्प्लाई का चयन करने आए हैं, लीडर का नहीं। छात्र ने तेवर दिखाते हुए कहा कि नौकरी दो नहीं तो देख लेना... एचआर मैनेजर ने इसकी लिखित शिकायत प्रधानाचार्य डॉ. आरके सिंह से की। वहां पर बैठे दूसरे कंपनी प्रतिनिधियों व छात्रों ने भी इसकी पुष्टि की। इस पर प्रधानाचार्य ने छात्र को निष्कासित कर दिया।