Lockdown में थोड़ी ढील मिलते ही कानपुर की आब-ओ-हवा में फिर बढ़ने लगा प्रदूषण
वाहनों का आवागमन शुरू होने से पीएम-2.5 की बढ़ी मात्रा प्रदूषण के संकेत दे रही है।
कानपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में कुछ छूट क्या मिली, शहर में वायु प्रदूषण फिर बढ़ने लगा। पीएम-2.5 की बढ़ी मात्र इसका संकेत दे रही है। रविवार को अधिकतम मात्र 112 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई जबकि मानक के अनुसार 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए।
लॉकडाउन में सूनी रही सड़कें
लॉकडाउन के चलते करीब डेढ़ माह से सड़क सूनी पड़ी थीं। वाहन नहीं चलने से पीएम-2.5 की मात्र 50 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर यानी सामान्य से भी नीचे पहुंच गई थी। सख्ती में कुछ राहत मिलने के बाद शहर में वाहनों की संख्या अचानक बढ़ गई है। आवश्यक कार्यो के अलावा कुछ लोग बेवजह कार व दोपहिया वाहन से सड़कों पर निकल रहे हैं।
वाहनों के बढ़ने से बढ़ेगा प्रदूषण
डीबीएस डिग्री कॉलेज के भूगोल विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर व पर्यावरणविद् डॉ. दुर्गेश चौहान ने बताया कि वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण प्रदूषण के कण वातावरण में घुल जाते हैं। जैसे-जैसे वाहनों की संख्या बढ़ेगी वैसे-वैसे प्रदूषण भी बढ़ेगा। प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण वाहन ही हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निदेशक डॉ. एसबी फ्रैंकलिन ने बताया कि मानक के अनुसार पीएम-2.5 की मात्र 60 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर होनी चाहिए।
रविवार को पीएम-2.5 की इस तरह रही मात्र
सुबह 10 बजे : 112
दोपहर 12 बजे : 111
दोपहर 2 बजे : 85
शाम 4 बजे : 87
शाम 6 बजे : 90
(मात्र माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर में)