कानपुर में प्रदूषण की निगहबानी में स्थापित होंगे तीन और ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कल्याणपुर चकेरी और गोविंद नगर में मॉनिटरिंग स्टेशन के लिए जगह तलाश रहा है।
कानपुर, जेएनएन। वायु प्रदूषण को लेकर बदनाम शहर में अब चारों दिशाओं में प्रदूषण की सख्त निगहबानी होगी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कल्याणपुर, चकेरी और गोविंद नगर में भी ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन को मंजूरी दी है, अब बोर्ड इसके लिए जगह तलाश रहा है।
शहर में वर्ष के सभी दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक का बुरा हाल रहता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अभी नेहरू नगर में ऑटोमेटिक मॉनिटरिंग स्टेशन से ऑनलाइन आंकड़े जुटाता है। इसका संचालन निजी संस्था कर रही है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी आवास विकास, पनकी, टाटमिल चोराहा, विजय नगर, जरीबचोौकी क्षेत्र में छह स्टेशन स्थापित किए हैं, लेकिन यहां मैनुअली हवा की गुणवत्ता जांची जाती है। यहां महीने में एक बार डेटा तैयार किया जाता है। ऑनलाइन में जहां पीएम 2.5, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, सल्फर डाईऑक्साइड, ओजोन समेत अन्य गैसों की जानकारी की जाती है, वहीं मैनुअल मॉनिटरिंग सेंटर से पीएम 10 और अन्य गैसों का आकलन होता है। अब सीपीसीबी शहर में गोवद नगर, आइआइटी व चकेरी में मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करने जा रहा है।
डेढ़ साल पहले भेजा था प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तत्कालीन क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप मिश्र ने डेढ़ साल पहले छह मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा था। उनके बाद भी प्रस्तावों का रिमाइंडर भेजा गया, जिसे सीपीसीबी ने मंजूर कर लिया है।
चिह्नित की जा रही जगह
क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. एसबी फ्रेंकलिन के मुताबिक तीनों स्टेशनों के लिए जगह चिह्नित की जा रही है। इसका संचालन निजी संस्था करेगी, जबकि मशीनों की असें ब्लग सीबीसीबी के तकनीशियन करेंगे। कानपुर की सही हवा की जानकारी मिल सकेगी।