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कानपुर में हंगामे के बीच खाली कराई गई 75 करोड़ की जमीन

सजारी गांव की हाईवे विस्तार सिटी योजना के द्वितीय चरण की करीब 60 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा था, जिसे पुलिस हटाने गई थी।

By amal chowdhuryEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 10:10 AM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 10:10 AM (IST)
कानपुर में हंगामे के बीच खाली कराई गई 75 करोड़ की जमीन
कानपुर में हंगामे के बीच खाली कराई गई 75 करोड़ की जमीन

कानपुर (जागरण संवाददाता)। चकेरी क्षेत्र के सजारी गांव में बुधवार को बवाल के बीच केडीए अफसरों ने 75 करोड़ रुपये की 60 हजार वर्ग मीटर जमीन जमीन खाली करा ली। हालांकि बवाल शुरू होने के एक घंटे तक पुलिस व प्राधिकरण की टीम बेबस नजर आई। ग्रामीणों के पथराव करते ही टीम के सदस्य और पुलिस कर्मी सिर पर हाथ रखकर भाग निकले। शाम साढ़े चार बजे पीएसी के आने के बाद दोबारा अभियान चलाया गया।

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सजारी गांव की हाईवे विस्तार सिटी योजना के द्वितीय चरण की करीब 60 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा था। आवंटी लगातार प्लाट हैंडओवर करने के लिए कह रहे थे। शासन तक शिकायत हुई तब अफसरों ने प्लान बनाया। बुधवार को सबसे पहले रामखिलावन, शशिलाल, गोरेलाल, छोटेलाल, देशराज राजपूत की झोपड़ियां गिराई गईं। टीम ने कौशल्या को जबरन उसकी झोपड़ी से निकाला तो ग्रामीणों ने विरोध किया। पुलिस ने सख्ती की तो पथराव कर दिया।

उस वक्त पुलिस के पास दंगा नियंत्रण उपकरण नहीं थे। टीम के लोगों ने तीन बार वापस आने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण हर बार पथराव कर देते। सिपाहियों ने भी पत्थर चलाए, लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। एक घंटे तक उपद्रव होने के बाद आठ थानों की फोर्स पहुंची तब जाकर अफसरों की जान में जान आई। एएसपी अनुराग आर्य भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। इसके बाद अफसरों ने गांव में रूटमार्च भी किया।

झोपड़ियों के पीछे से नकाबपोशों ने किया पथराव: पथराव करने वाले कुछ नकाबपोश थे। वे झोपड़ियों के पीछे से छिपकर हमला कर रहे थे। दो कैमरामैन ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने उन्हें भी पीटा और कैमरा तोड़ दिया। पुलिस अब तक नकाबपोशों की पहचान नहीं कर सकी।

बुजुर्ग महिला को पीटने का आरोप: ग्रामीणों ने पुलिस पर बुजुर्ग महिला कौशल्या को पीटने का आरोप लगाया। जन उत्थान समिति की अध्यक्ष सरिता केसरी ने कहा कि जो घर गिराए गए हैं, वहां लोग वर्षों से रह रहे हैं। उनके यहां बिजली का बिल आता है, राशन कार्ड भी बने हैं। ग्रामीणों ने बताया कि टीम ने नोटिस दिए बिना ही मकान ढहा दिए। लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे। उनकी गृहस्थी मलबे में दब गई।

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250 ग्रामीणों पर मुकदमा: सजारी में केडीए टीम पर हमले और बवाल में देर रात प्राधिकरण की तरफ से सहायक अभियंता सैयद मोहम्मद मेहंदी ने 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में बलवा, मारपीट समेत कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस देर रात तक हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ में जुटी रही। हालांकि बवाल के मुख्य आरोपियों का पता नहीं लगा।

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