ठेकों पर बिकने जा रही थी डीसीएम में लदी 680 पेटी शराब, हाईवे पर पकड़ी गई
हरियाणा से फतेहपुर जा रही थी खेप चालक गिरफ्तार पुलिस शराब माफिया व साथी की तलाश में जुटी।
By AbhishekEdited By: Published: Sat, 09 Mar 2019 12:05 AM (IST)Updated: Sat, 09 Mar 2019 12:29 PM (IST)
महाराजपुर (कानपुर), संवाद सहयोगी। एसटीएफ और महाराजपुर पुलिस ने गुरुवार देर रात प्रयागराज हाईवे पर हरियाणा से फतेहपुर पहुंचाई जा रही करीब 20 लाख रुपये की 680 पेटी देसी शराब पकड़ी। ये शराब ठेकों पर बिकने वाली थी। डीसीएम चालक हरियाणा भिवानी निवासी मोमिन को गिरफ्तार किया गया। फतेहपुर के शराब माफिया व हरियाणा के तस्कर की पुलिस को तलाश है।
लखनऊ एसटीएफ के निरीक्षक राजेश चंद्र त्रिपाठी व महाराजपुर थाना प्रभारी शेष नारायण पांडेय ने हाईवे पर चेङ्क्षकग के दौरान डीसीएम को रोका तो उसमें 680 पेटी शराब मिली। चालक मोमिन ने बताया कि वह हिसार (हरियाणा) के सुभाष यादव के कहने पर शराब की खेप लेकर फतेहपुर के नीरज दुबे को देने जा रहा था। फतेहपुर पहुंचने पर खुद ही फोन आ जाता और तय जगह पर पेटियां उतारकर निकल जाता। पूर्व में दो मार्च को भी उसने नीरज को शराब पहुंचाई थी। एसओ शेष नारायण पांडेय ने बताया, डीसीएम चालक मोमिन, गाड़ी मालिक सुभाष यादव और नीरज दुबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। सुभाष व नीरज को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
फतेहपुर में लगने थे विभिन्न ब्रांड के लेबल
पुलिस ने पेटियों को खोलकर देखा तो शराब की बोतलों पर कोई लेबल नहीं लगा मिला। चालक ने बताया कि फतेहपुर में पहले से तैयार यूपी में बिकने वाली शराब के विभिन्न ब्रांडों के लेबल इन बोतलों पर चिपकाए जाते थे और उन्हें ठेकों पर भिजवा दिया जाता था। वहीं से इनकी बिक्री होती थी।
प्रति चक्कर पांच हजार रुपये था तय
डीसीएम चालक मोमिन को हर बार शराब पहुंचाने के पांच हजार रुपये मिलते हैं। मोमिन इससे पहले एटा में पकड़ा गया था। शराब की पेटियों को भूसे की बोरी के पीछे छिपाकर ऊपर से तिरपाल से ढक देता था ताकि चेकिंग के दौरान कोई शक न करे।
लखनऊ एसटीएफ के निरीक्षक राजेश चंद्र त्रिपाठी व महाराजपुर थाना प्रभारी शेष नारायण पांडेय ने हाईवे पर चेङ्क्षकग के दौरान डीसीएम को रोका तो उसमें 680 पेटी शराब मिली। चालक मोमिन ने बताया कि वह हिसार (हरियाणा) के सुभाष यादव के कहने पर शराब की खेप लेकर फतेहपुर के नीरज दुबे को देने जा रहा था। फतेहपुर पहुंचने पर खुद ही फोन आ जाता और तय जगह पर पेटियां उतारकर निकल जाता। पूर्व में दो मार्च को भी उसने नीरज को शराब पहुंचाई थी। एसओ शेष नारायण पांडेय ने बताया, डीसीएम चालक मोमिन, गाड़ी मालिक सुभाष यादव और नीरज दुबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। सुभाष व नीरज को जल्द पकड़ लिया जाएगा।
फतेहपुर में लगने थे विभिन्न ब्रांड के लेबल
पुलिस ने पेटियों को खोलकर देखा तो शराब की बोतलों पर कोई लेबल नहीं लगा मिला। चालक ने बताया कि फतेहपुर में पहले से तैयार यूपी में बिकने वाली शराब के विभिन्न ब्रांडों के लेबल इन बोतलों पर चिपकाए जाते थे और उन्हें ठेकों पर भिजवा दिया जाता था। वहीं से इनकी बिक्री होती थी।
प्रति चक्कर पांच हजार रुपये था तय
डीसीएम चालक मोमिन को हर बार शराब पहुंचाने के पांच हजार रुपये मिलते हैं। मोमिन इससे पहले एटा में पकड़ा गया था। शराब की पेटियों को भूसे की बोरी के पीछे छिपाकर ऊपर से तिरपाल से ढक देता था ताकि चेकिंग के दौरान कोई शक न करे।
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