रिश्तेदारों से किराये पर कार्ड लेकर एटीएम को देते थे धोखा, बैंकों को लाखों का चूना लगाने वाले गिरफ्तार
गिरोह के सदस्य एक खास कंपनी के एटीएम मशीनों को निशाना बनाते थे।
कानपुर, जेएनएन। साढ़ पुलिस ने एटीएम मशीनों की तकनीकी खामी का फायदा उठाते हुए अब तक बैंकों को लाखों रुपये का चूना लगाने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने दो लाख रुपये की नकदी, एक स्विफ्ट डिजायर कार के अलावा 62 एटीएम कार्ड व छह मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
किराये पर लेते थे एटीएम कार्ड
गिरोह के सदस्य अपने नाते रिश्तेदारों के एटीएम कार्ड दो हजार रुपये महीने के किराये पर ले लेते थे। इनसे एनसीआर ब्रांड वाले एटीएम बूथ पर पहुंच कर कार्ड स्वैप कर रुपये निकालने के बाद कैश निकालने वाले स्थान के नीचे लगी लीवर पिन को दबा देते थे, जिससे मशीन में ट्रांजेक्शन फेल्ड का मैसेज आ जाता था। इसके चलते बैंक खाताधारक को धन लौटा देती थी। इस तरह गिरोह के सदस्य लाखों रुपये का चूना बैंक को लगा देते थे।
गिरोह का सरगना पकड़ से बाहर
नवसृजित साढ़ थाना परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी (ग्रामीण) प्रद्युम्न ङ्क्षसह ने बताया कि थानाध्यक्ष देवेंद्र रावत द्वारा पकड़े गए एक बदमाश से पूछताछ के बाद इन वारदातों का राजफाश हुआ। इसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपितों गोपालपुर निवासी रितेश उर्फ रजोल, नर्वल थाना क्षेत्र के गांव करविगवां निवासी लवकुश प्रजापति, रोहित सिंह, अर्जुन सिंह व शहर के बर्रा फेज 6 निवासी हिमांशू सचान को दबोचा। काफी प्रयास के बावजूद पुलिस गैंग लीडर दीपक को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक के अधिकांश एटीएम बूथों में एनसीआर ब्रांड की मशीनें लगी हैं। गिरोह के निशाने पर हरियाणा, पंजाब व महाराष्ट्र आदि के एटीएम बूथ होते थे।