Google पर खुलता था पेज, फिर शुरू होती थी कॉल गर्ल बुकिंग के लिए ऑनलाइन सौदेबाजी
गिरोह संचालक और उसका साथी टेलीग्राम और आइओ एप पर अश्लील वीडियो पोस्ट करके ग्राहक को फंसाते थे।
कानपुर, जेएनएन। कल्याणपुर के अंबेडकरपुरम के एक मकान से देह व्यापार करने वाले गिरोह के पकड़े जाने के बाद कई अहम जानकारी मिली है। नेपाल से कॉल गर्ल बुलाने के बाद गिरोह संचालक टेलीग्र्राम और आइओ एप पर अश्लील वीडियो पोस्ट करके ग्र्राहकों को फंसाता था। इसके साथ ही वाट्स एप और फेसबुक मैसेंजर कॉलिंग के जरिए उन्हें बुलाता था। जांच में सामने आया है कि यह अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट है, इसमें कल्याणपुर में सिर्फ एक ठिकाना था, असल में शहर लगभग दर्जन भर ठिकाने और हैं।
व्हाट्सएप पर चल रहा था सेक्स रैकेट
कल्याणपुर में व्हाट्सएप और फेसबुक पर संचालित हो रहे सेक्स रैकेट का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए तीन युवतियों व पांच ग्र्राहकों को गिरफ्तार किया था। एसपी पश्चिम की सर्विलांस टीम को व्हाट्सएप ग्र्रुप में जुड़े एक शख्स के जरिए इस सेक्स रैकेट की जानकारी मिली थी। टीम ने मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल व लोकेशन के जरिए गुरुवार रात आवास विकास क्षेत्र के एक घर में दबिश दी थी। मकान किराये पर लेने वाला व्यक्ति फरार हो गया।
पकड़ी गई युवतियों में एक नेपाल की है, उसके पास गाजियाबाद के दीपक विहार कॉलोनी के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड और श्यामनगर चकेरी के पते पर बना वोटर आइडी कार्ड बरामद हुआ है। पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले की दो युवतियां भी पकड़ी गईं, जो दिल्ली के एक रैकेट में शामिल हैं। औरैया जिले के फफूंद थाना क्षेत्र के जुआ गांव निवासी अंकित, बेला के लौनारी गांव निवासी प्रमोद गुप्ता, औरैया कोतवाली क्षेत्र के अमित कुमार, गोविंदनगर के निराला नगर निवासी शिवम व काठ का पुल निवासी मंजीत शामिल हैं।
सोशल मीडिया पर इस तरह चल रहा था देह व्यापार
इंस्पेक्टर अजय सेठ ने बताया कि गूगल कानपुर एस्कार्ट टाइप करते ही एक पेज खुलता था। इसके अंदर जाने पर कई मोबाइल नंबर मिलते हैं। उन नंबरों पर संपर्क करने पर शहर में मनचाहे स्थान पर युवती उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली जाती थी। युवती पसंद कराने का काम टेलीग्राम, वाट्स एप आदि के जरिए किया जाता था। पुलिस के मुताबिक यह संगठित गिरोह है, जिसने इसी तरह से अलग-अलग शहरों के अलग-अलग पेज बना रखे हैं, आनलाइन ही सौदेबाजी होती है।
मकान मालिक की मजबूरी का उठाया फायदा
कल्याणपुर पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से गुरुवार रात आवास विकास अंबेडकरपुरम स्थित एक मकान में छापा मारकर इस रैकेट का पर्दाफाश किया था। यह मकान प्रमोद गुप्ता ने दस हजार रुपये किराए पर लिया था। यह मकान एक महिला का जिसका पति कैंसर से पीडि़त है और दिल्ली में उसका इलाज चल रहा है। मकान मालिक के न रहने की मजबूरी की वजह से उन्होंने इस मकान का चुनाव किया था।
सीओ अजय कुमार ने बताया कि औरैया बेला थाना क्षेत्र के हरदू गांव का प्रमोद गुप्ता साथी विनीत शुक्ला के साथ मिलकर रैकेट चला रहा था। उसने फफूंद जुआ गांव निवासी अंकित, औरैया बलियापुर के अमित, निरालानगर के शिवम व बगदौधी बांगर के मंजेश को वाट्स एप कॉल कर बुलाया था। दबिश के दौरान विनीत फरार हो गया। पुलिस ने संचालक व तीन युवतियों समेत आठ सदस्यों को शुक्रवार को जेल भेज दिया। फरार साथी और दो युवतियों की तलाश जारी है।