कन्नौज में Terror Funding की आशंका, एटीएस ने संदिग्ध कश्मीरियों से शुरू की पूछताछ Kannauj News
ठठिया के मौलवी के पास रुके थे और मदरसे के नाम पर फंड जुटा रहे थे।
कन्नौज, जेएनएन। फंड जुटाने के लिए चार कश्मीरियों को कन्नौज भेजा गया था, जो एक मस्जिद में मौलवी के पास आश्रय लिये थे। उन्हें हिरासत में लिये जाने के बाद गुरुवार आधी रात लखनऊ से एटीएस (एंटी टेरेरिज्म स्क्वायड) कोतवाली पहुंच गई और कश्मीरी युवकों से पूछताछ शुरू की है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि युवक टेरर फंडिंग के इरादे से शहर आए थे।
गुरुवार को पुलिस ने मानीमऊ के पास से चार संदिग्ध कश्मीरियों को हिरासत में लिया था, ये सभी मो. मुश्ताक अहमद, मोहम्मद सब्बास, निसार अहमद और मो. रियाज पुंछ व शोपियां के रहने वाले हैं। पूछताछ में सामने आया कि उन्हें फंड जुटाने का टास्क देकर यहां भेजा गया था। टेरर फंडिंग की आशंका को देखते हुए मस्जिद में आश्रय देने वाले मौलाना को भी हिरासत में लिया गया है। मो. मुश्ताक अहमद पांचवीं, मोहम्मद सब्बास 11वीं, निसार अहमद बीसीए और मो. रियाज आठवीं पास हैं, जो मदरसे के नाम पर फंड जुटा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, ये लोग चंदा करके एक ट्रांसपोर्टर को देते हैं,जो शामली के एक सेठ के जरिये जम्मू-कश्मीर पहुंचा देता है।
एटीएस ने शुरू की पूछताछ
संदिग्ध कश्मीरियों के बाबत जानकारी मिलते ही गुरुवार की रात लखनऊ से एटीएस कन्नौज पहुंच गई। एटीएम ने कोतवाली में संदिग्ध कश्मीरी युवकों से पूछताछ शुरू की है। वह पता लगाने में जुटी है कि ये लोग जो फंडिंग कर रहे हैं, इसका इस्तेमाल कहां हो रहा है। साथ ही उन लोगों से भी पूछताछ हो रही है, जिनके पास ये युवक रुकते थे। एसपी ने भी एटीएस के अधिकारियों से बात की है। सीओ सिटी श्रीकांत प्रजापति के मुताबिक चंदे का इस्तेमाल गलत कार्यों में होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। जब तक धन का इस्तेमाल और हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिलती, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।
अलग-अलग जानकारी देने से हुआ शक
इनके ऊपर शक अलग-अलग सूचनाएं देने से हुआ। पुलिस के मुताबिक मो. रियाज ने मदरसा अल जामिया के लिए चंदा लेने की बात कही, जबकि शेष तीन ने मदरसा अनवारुल के लिए पैसा जुटाने की बात बताई।