Move to Jagran APP

कन्नौज में Terror Funding की आशंका, एटीएस ने संदिग्ध कश्मीरियों से शुरू की पूछताछ Kannauj News

ठठिया के मौलवी के पास रुके थे और मदरसे के नाम पर फंड जुटा रहे थे।

By AbhishekEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 01:07 PM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 01:07 PM (IST)
कन्नौज में Terror Funding की आशंका, एटीएस ने संदिग्ध कश्मीरियों से शुरू की पूछताछ Kannauj News
कन्नौज में Terror Funding की आशंका, एटीएस ने संदिग्ध कश्मीरियों से शुरू की पूछताछ Kannauj News

कन्नौज, जेएनएन। फंड जुटाने के लिए चार कश्मीरियों को कन्नौज भेजा गया था, जो एक मस्जिद में मौलवी के पास आश्रय लिये थे। उन्हें हिरासत में लिये जाने के बाद गुरुवार आधी रात लखनऊ से एटीएस (एंटी टेरेरिज्म स्क्वायड) कोतवाली पहुंच गई और कश्मीरी युवकों से पूछताछ शुरू की है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि युवक टेरर फंडिंग के इरादे से शहर आए थे।

loksabha election banner

गुरुवार को पुलिस ने मानीमऊ के पास से चार संदिग्ध कश्मीरियों को हिरासत में लिया था, ये सभी मो. मुश्ताक अहमद, मोहम्मद सब्बास, निसार अहमद और मो. रियाज पुंछ व शोपियां के रहने वाले हैं। पूछताछ में सामने आया कि उन्हें फंड जुटाने का टास्क देकर यहां भेजा गया था। टेरर फंडिंग की आशंका को देखते हुए मस्जिद में आश्रय देने वाले मौलाना को भी हिरासत में लिया गया है। मो. मुश्ताक अहमद पांचवीं, मोहम्मद सब्बास 11वीं, निसार अहमद बीसीए और मो. रियाज आठवीं पास हैं, जो मदरसे के नाम पर फंड जुटा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, ये लोग चंदा करके एक ट्रांसपोर्टर को देते हैं,जो शामली के एक सेठ के जरिये जम्मू-कश्मीर पहुंचा देता है।

एटीएस ने शुरू की पूछताछ

संदिग्ध कश्मीरियों के बाबत जानकारी मिलते ही गुरुवार की रात लखनऊ से एटीएस कन्नौज पहुंच गई। एटीएम ने कोतवाली में संदिग्ध कश्मीरी युवकों से पूछताछ शुरू की है। वह पता लगाने में जुटी है कि ये लोग जो फंडिंग कर रहे हैं, इसका इस्तेमाल कहां हो रहा है। साथ ही उन लोगों से भी पूछताछ हो रही है, जिनके पास ये युवक रुकते थे। एसपी ने भी एटीएस के अधिकारियों से बात की है। सीओ सिटी श्रीकांत प्रजापति के मुताबिक चंदे का इस्तेमाल गलत कार्यों में होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। जब तक धन का इस्तेमाल और हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिलती, उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।

अलग-अलग जानकारी देने से हुआ शक

इनके ऊपर शक अलग-अलग सूचनाएं देने से हुआ। पुलिस के मुताबिक मो. रियाज ने मदरसा अल जामिया के लिए चंदा लेने की बात कही, जबकि शेष तीन ने मदरसा अनवारुल के लिए पैसा जुटाने की बात बताई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.