पिंटू सेंगर हत्याकांड की सप्लीमेंट्री चार्जशीट में नया राजफाश, कानपुर बार एसोसिएशन के मंत्री का नाम
पुलिस ने अदालत में दाखिल पूरक आरोप पत्र में अधिवक्ता अरिदमन सिंह और दीनू उपाध्याय का नाम भी बढ़ाया है। आरोपित मजफूज और सऊद के साथ ही मनोज गुप्ता व वीरेंद्र पाल के खिलाफ आरोप तय किए गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। पिंटू सेंगर हत्याकांड में अदालत में दायर सप्लीमेंट्री चार्जशीट में इस बार फिर नया धमाका हुआ है। कानपुर बार एसोसिएशन के मंत्री अरिदमन सिंह और उनके साथी अधिवक्ता दीनू उपाध्याय का नाम पुलिस ने एक बार फिर से जांच में शामिल कर लिया है। ऐसे में बार एसोसिएशन के मंत्री की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के मामले में पुलिस ने 16 लोगों को जेल भेजा है, जिसमें एक आरोपित तौसीफ उर्फ कक्कू की जेल में मौत हो चुकी है। एक अक्टूबर को पुलिस ने जो चार्जशीट अदालत में दाखिल की थी, उसमें महफूज अख्तर, बार एसोसिएशन के मंत्री अरिदमन सिंह, उनके अधिवक्ता साथी दीनू उपाध्याय के नाम हटा दिया थे। साक्ष्य न मिलने की वजह से इन्हेंं क्लीन चिट दे दी गई थी। इसके अलावा पुलिस ने जेल में बंद मनोज गुप्ता और वीरेंद्र पाल को भी बेकसूर बताते हुए इनका नाम निकालने के लिए अदालत से अनुरोध किया था, जिसे अदालत ने अस्वीकार कर दिया था। महफूज, मनोज और वीरेंद्र पाल के नाम निकाले जाने पर मीडिया में हुई फजीहत के बाद पुलिस ने डैमेज कंट्रोल शुरू किया।
एडीजी जय नरायन सिंह के आदेश पर दोबारा जांच शुरू हुई और मजबूरी में महफूज अख्तर को अदालत में आत्मसमर्पण करना पड़ा। पुलिस ने दो दिन पहले अदालत में जो सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है, जिसने एक बार फिर से चौकाया है। पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट में महफूज अख्तर, सऊद अख्तर, मनोज गुप्ता और वीरेंद्र पाल के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं और सबसे चौकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने कानपुर बार एसोसिएशन के मंत्री अरिदमन सिंह और अधिवक्ता दीनू उपाध्याय का नाम दोबारा से जांच में शामिल कर लिया है।
शुभानअल्ला भी जांच के दायरे में
गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड के मुख्य आरोपित पप्पू स्मार्ट ने अपने बयान में सुपारी के दो लाख रुपये शुभानअल्ला द्वारा देने की बात कही गई थी। बावजूद इसके पुलिस ने शुभानअल्ला का नाम हटा दिया था। सप्लीमेंट्री चार्जशीट में शुभानअल्ला को भी जांच के दायरे में कहा गया है।
- एडवोकेट अरिदमन सिंह और दीनू उपाध्याय को क्लीन चिट नहीं दी गई है। दोनों के खिलाफ जांच अभी प्रचलित है। नये तथ्यों के आधार पर विवेचक ने इनके नाम सप्लीेंटी चार्जशीट में शामिल किए हैं। -सत्यजीत गुप्ता, सीओ कैंट