PM Modi in Kanpur: पीएम ने कहा, पहले फैला था भ्रष्टाचार का इत्र, सामने आने पर लग गया मुंह पर ताला
कानपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आइआइटी के दीक्षा समोराह में शामिल होने के बाद कानपुर मेट्रो में सफर किया। इसके बाद निराला नगर मैदान में आयोजित जनसभा में 12600 करोड़ की परियोजना कानपुर मेट्रो एवं मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन का लोकार्पण किया।
कानपुर, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निराला नगर की जनसभा में विपक्षियों पर भी करारा प्राहर किया। उन्होंने कहा कि बीतें दिनों बक्से भरभर करके नोट मिले हैं, उसके बाद भी यह लोग यही कहेंगे की ये मोदी ने किया। उनके शासन में भ्रष्टाचार का इत्र उप्र में फैला था, वो सबके सामने आ गया है। जिससे उनके मुंह पर ताला लग गया है, नोटों का पहाड़ ही उनकी उपलब्धि और सच्चाई है। उप्र के लोग सब समझ रहे हैं, उप्र की जनता विकास के साथ है।
आइआइटी के दीक्षा समारोह और मेट्रो में पहले यात्री के रूप में सफर करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निराला नगर के जनसभा स्थल के मंच से रिमोट से बटन दबाकर कानपुर मेट्रो का लोकार्पण किया और हरी झंडी दिखाई तो आइआइटी स्टेशन पर तैयार खड़ी ट्रेन को रवाना कराया। इसके बाद बीना-पनकी बहुउत्पाद पाइप लाइन को भी राष्ट्र को समर्पित की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यूपी के अध्याय में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ रहा है, आज हमको मेट्रो कनेक्टिवटी मिली है और बीना-पनकी पाइप लाइन भी कनेक्ट हो गया है। इससे अब यूपी के अन्य जिलों में पेट्रोलियम उत्पाद आसानी से सुलभ होंगे। इसके लिए पूरे उत्तर प्रदेश को बधाई। इससे पहले मेरा आइआइटी कानपुर में कार्यक्रम था, मैं पहली बार मेट्रो में सफर करके कानपुर के लोगों के उमंग का साक्षी बनना चाहता था। मेट्रो में सफर मेरे लिए यादगार अनुभव रहा है।
यूपी में पहले जिन लोगों ने सरकार चलाई, उन लोगों ने समय की अहमियत नहीं समझी। 21वीं सदी में यूपी को जिस तेज गति से प्रगति करनी थी। उस अमूल्य अवसर और समय को पहले की सरकारों ने गंवा दिया। उनकी प्राथमिकताओं में यूपी का विकासनहीं था उनकी प्रतिबद्धता यूपी के लोगों के लिए नहीं थी। आज डबल इंजन की सरकार चल रही है, वो बीते कालखंड में समय का नुकसान हुआ उसकी भरपाई कर रही है। हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं, डबल इंजन की सरकार जिस काम को शुरू करती है, उसे पूरा करने के लिए हम दिन रात एक कर देते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि आजाद भारत के औद्योगिक ऊर्जा देने वाले कानपुर को शत शत नमन। कानपुर ने ही प. दीन दयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी जैसे विजनरी को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वरुण देवता को भी इस खुशी में हिस्सा लेने का मन कर गया। कानपुर के लोगों का जो मिजाज है, जो कनपुरिया अंदाज है, जो उनकी हाजिर जवाबी है, उसकी तुलना ही नहीं की जा सकती है। ये ठग्गू के लड्डू के यहां क्या लिखा होता है, ऐसा कोई सगा नहीं..., आप जो कहते हैं कहते रहिए। लेकिन, मैं अगर कहूंगा कि ये कानपुर है, जहां ऐसा कोई नहीं जिसको दुलार न मिला हो। पहले आता था तो कानपुर में सुनता था, झाड़े रहो कलटरगंज, झाड़े रहो कलटरगंज.., आप नई पीढ़ी के लोग भूल गए क्या। आज मंगलवार पनकी वाले हनुमान जी के आशीर्वाद से आज यूपी के विकास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ रहा है। आज कानपुर को मेट्रो कनेक्टिविटी मिली है, साथ ही बीना रिफाइनरी से भी कानपुर अब कनेक्ट हो गया है। इससे कानपुर के साथा यूपी के अनेकों जिलों में पेट्रोलियम उत्पाद अब और आसानी से सुलभ होंगे।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिठूर की शौर्य गाथा वाली शॉल और कानपुर मेट्रो का स्मृति चिह्न भेंट करके प्रधानमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर मेट्रो के संचालन की शुरुआत के साथ यूपी अब सर्वाधिक मेट्रो वाले राज्य में शामिल हो गया है। कहा, इसकी शुरुआत इसलिए की गई है, ताकि कानपुर में जाम मुक्त सड़के मिल सकें, सुविधा जनक आवागमन और प्रदूषण मुक्त यातायात मिल सके। उनके साथ केंद्रीय आवसन एवं शहरी कार्य तथा पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश के औद्याेगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने भी स्वागत किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने यहां पर सबसे पहले विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत शुरू की।
लाभार्थियों के पास जाकर वह एक अभिभावक और संरक्षक की तरह लाभर्थियों से मिले और बड़ी तल्लीनता के साथ उनकी बात सुना और समझा। एक के बाद एक लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री के सामने अपनी बात रखी और प्रधानमंत्री ने सभी को सफलता की बधाई दी और संकल्प कराया। लाभार्थियों के आग्रह पर प्रधानमंत्री ने सेल्फी भी ली। इसके बाद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जनसभा स्थल पर मंच के पीछे बने सेफ हाउस में जनप्रतिधियों से वार्ता की। बारिश की वजह से बनाए गए वाटर प्रूफ पंडाल में लोगों की भीड़ प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने का इंतजार कर रहे हैं।
आइआइटी कानपुर के दीक्षा समारोह में डिग्रीधारी मेधावियों को कम्फर्ट की बजाए चैलेंज चुनने का मंत्र देने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आइआइटी मेट्रो स्टेशन पहुंचे और यहां मेट्रो एमडी कुमार केशव ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री पहले यात्री बनकर मेट्रो ट्रेन में सवार हुए और गीतानगर स्टेशन तक सफर पूरा कर चुके हैं।
गीतानगर स्टेशन पर मेट्रो ट्रेन से उतरकर व्यवस्थाओं का अवलोकन किया और बाहर आकर हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यहां पर मौजूद फ्लीट और कड़ी सुरक्षा के बीच वह कार से निराला नगर मैदान में आयोजित होने वाली जनसभा में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। इससे पहले उन्होंने आइआइटी स्टेशन पर प्रदर्शनी के माध्यम से कानपुर मेट्रो का अवलोकन किया और क्यूआर कोड टिकट लेकर मेट्रो में सवार हुए थे।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षा समोराह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शिरकत कर चुके हैं। आइआइटी निदेशक अभय करींदकर ने स्मृति चिह्न भेंट करके उनका स्वागत किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि ये दौर 21वीं सदी पूरी तरह टेक्नोलाजी वाला है, यह अलग-अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा बना रहा है। बिना टेक्नोलाजी के जीवन अधूरा है, अब जीवन और टेक्नोलाजी के स्पर्धा का युग है। आइआइटी टैलेंट और टेक्नोलाजी की इक्यूबेशन सेंटर हैं।
प्रधानमंत्री ने सभागार में मौजूद डिग्री हासिल करने वाले छात्रों से कहा कि मेरा आप पर भरोसा है। और मै आज इतनी बातें कह रहा हूं, इतनी चीजें कर रहा हूं तो मुझे उनमें आपका चेहरा नजर आता है। आज देश में एक के बाद एक बदलाव हो रहे हैं। उनके पीछे आपका ही चेहरा नजर आता है। आज जो देश लक्ष्य प्राप्त कर रहा है, उसकी शक्ति आपसे ही मिले। आप ही हैं, जो करेंगे और आपको ही करना है। अनंत संभावनाएं आपके लिए ही हैं, आपको ही साकार करना है। देश जब आजादी के 100 वर्ष मनाएंगा। उस सफलता में आपके पसीने की महक होगी आपके परिश्रम की पहचान होगी। आप भली प्रकार जानते हैं कि आपका काम आसान करने के लिए किस तरह से काम किया गया। पिछले सात सालों में कई कार्यक्रम शुरू किए गए। देश युवाओं के लिए नये रास्ते बना रहा है। साथियों एक और जरूरी बात जो हमे याद रखनी है। आज से शुरू हुई यात्रा में सहूलियत के लिए बहुत शार्टकट बताएंगे। मै आग्रह करूंगा कम्फर्ट के बजाय चैलेंज जरूर चुनना। क्योंकि आपको चाहे या न चाहें, जीवन में चुनौतियां आनी ही आनी हैं। आप अपने करियर में सफल हों, आपकी सफलता देश की सफलता बने। इसी के साथ अपनी बात समाप्त करता हूं।
प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर आइआइटी कानपुर के डिजिटिल डिग्री ट्रांसमिशन का शभांरभ किया। इसके बाद उन्होंने भौतिकी वैज्ञानिक प्रो. रोहिणी एम गोडबोले, इन्फोसिस के सह संस्थापक सेनापथी क्रिस गोपालकृष्णन और शास्त्रीय गायक पद्मश्री पंडित अजय चक्रवर्ती को मानद उपाधि प्रदान की।
उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कानपुर पहुंचने पर खराब मौसम से रूट प्लान में बदलाव हो गया। चकेरी एयरपोर्ट से हेलीकाप्टर की बजाए प्रधानमंत्री को कड़ी सुरक्षा के बीच लेकर फ्लीट सड़क मार्ग से आइआइटी के लिए रवाना हुई।
प्रधानमंत्री को चकेरी एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरने के बाद हेलीकाप्टर से आइआइटी के लिए रवाना होना था। आइआइटी के दीक्षा समारोह में शामिल होकर भावी इंजीनियरों को संबोधित करेंगे। यहां से निकलकर वह कानपुर के बहुप्रतीक्षित सपने मेट्रो पर सफर करके आम जन को समर्पित करेंगे। इसके बाद दोपहर में निराला नगर मैदान से मेट्रो और मल्टीप्रोडक्ट पाइप लाइन का लोकार्पण करेंगे और केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से रू-ब-रू होंगे। यहां पर वह जनसभा को संबोधित करेंगे। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। कमिश्नरेट पुलिस ने वीवीआइपी की सुरक्षा का पूरा प्लान बनाकर तीनों कार्यक्रम स्थलों पर कड़े इंतजाम किए हैं।
आइआइटी कानपुर : भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान में दीक्षा समारोह का मंच तैयार है, यहां पर निदेशक अभय करींदकर समेत सभी शिक्षाविद् और छात्रों के अलावा प्रमुख सम्मानितजन पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का इंतजार हो रहा है, कुछ ही देर में उनका हेलीकाप्टर आइआइटी के हेलीपैड पर उतरेगा। यहां से वह सीधे दीक्षा समारोह में पहुंचेंगे और विशिष्ट हस्तियों को मानद उपाधि और पांच विद्यार्थियों को मेडल प्रदान करेंगे। ये तीन प्रसिद्ध हस्ती भौतिकी वैज्ञानिक प्रो. रोहिणी एम गोडबोले, इन्फोसिस के सह संस्थापक सेनापथी क्रिस गोपालकृष्णन और शास्त्रीय गायक पद्मश्री पंडित अजय चक्रवर्ती हैं। आइआइटी प्रशासन की ओर से अतिथियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बायो-बबल तैयार किया गया है। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर विशिष्ट अतिथि होंगे।
आइआइटी से मोतीझील तक यात्रा : आइआइटी के दीक्षा समारोह के बाद प्रधानमंत्री मेट्रो स्टेशन पहुंचेंगे। कानपुर में दो साल में बनकर तैयार हुए मेट्रो को जनता को सौंपेंगे। वह मेट्रो ट्रेन के पहले यात्री बनकर आइआइटी स्टेशन से गीतानगर स्टेशन और फिर वापस आइआइटी स्टेशन का सफर करेंगे। उनके आगमन पर आइआइटी से गीतानगर स्टेशन के बीच सभी स्टेशनों पर खास सजावट की गई है। वहीं उनकी यात्रा के दौरान जीटी रोड पर यातायात भी बंद रहेगा। वह मेट्रो में सफर के दौरान आसपास के शहर का विकास भी देख सकते हैं। प्रधानमंत्री के आगमन के पहले कानपुर मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने कार्यक्रम स्थल पर हवन-पूजन शुरू कर दिया है।
View attached media content - Chief Minister Office, Uttar Pradesh (@CMOfficeUP) 28 Dec 2021
आदरणीय प्रधानमंत्री जी कल कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम सेक्शन व बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं से जनपद की बुनियादी ढांचे में व्यापक सुधार आने के साथ ही जनपद वासियों का जीवन स्तर भी समृद्ध होगा। - Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 27 Dec 2021
आदरणीय प्रधानमंत्री जी कल IIT, Kanpur के 54वें दीक्षांत समारोह में भी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे। कल के दोनों आयोजनों में आदरणीय प्रधानमंत्री जी के साथ मैं भी उपस्थित रहूंगा। - Yogi Adityanath (@myogiadityanath) 27 Dec 2021
निराला नगर मैदान पर रैली : कानपुर के निराला नगर स्थित मैदान में जनसभा का आयोजन किया गया है। मेट्रो में सफर करने के बाद आइआइटी से हेलीकाप्टर में सवार होकर प्रधानमंत्री निराला नगर मैदान पहुंचेंगे। यहां पर हेलीपैड पर उतरने के बाद वह सीधे जनसभा के मंच पर जाएंगे। मंच पर स्वागत के बाद वह कानपुर को कानपुर में 12,600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण की सौगात देंगे। इसमें कानपुर मेट्रो रेल का तोहफा देने के साथ भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड की 1,524 करोड़ रुपये की 356 किमी लंबी मध्य प्रदेश के बीना से कानपुर के पनकी तक मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही वह यहां पर 25 लाभार्थियों से संवाद करेंगे और सरकार के कामकाज के बारे में पूछेंगे। योजनाओं का लाभ लेने में कोई दिक्कत तो नहीं आई, यह भी जानेंगे। उनसे मिलने वाले लाभार्थियों की कोरोना संबंधी जांच भी कराई गई है। इसके बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे।