गिट्टी-डस्ट लेयर के इंतजार में अटका सीओडी पुल
जागरण संवाददाता, कानपुर : सीओडी रेलवे क्रासिंग पर नौ वर्षो से बन रहे सीओडी पुल में महज नौ दि
जागरण संवाददाता, कानपुर : सीओडी रेलवे क्रासिंग पर नौ वर्षो से बन रहे सीओडी पुल में महज नौ दिन का काम शेष है लेकिन ये काम बीते पांच माह से अटका है। शहर को बड़ी राहत देने वाला काम रुक-रुककर हो रहा है। प्रदेश और देश की राजधानी से भी बनाया गया दबाव भी काम की रफ्तार नहीं बढ़ा पा रहा है। अभी एक लेन पर आवागमन शुरू नहीं हो पाया है और दूसरी लेन पर काम शुरू कर दिया गया है।
वर्ष 2008 से शुरू हुआ सीओडी पुल का काम दस वर्ष बाद 2018 में भी पूरा होता नहीं दिख रहा है। 815 मीटर लंबे पुल की लागत 26 करोड़ रुपये थी, जो आज बढ़कर 44 करोड़ रुपये हो गई है। दो लेन के इस पुल को वर्ष 2010 में ही पूरा हो जाना था, बाद में चार लेन होने पर इसका काम जनवरी 2016 में हो जाना था। निर्माण कंपनी एसएच इंफ्राटेक द्वारा लगातार की जा रही लापरवाही के कारण अभी भी पुल की दो लेन ही न तो तैयार हुई और न ही शुरू हो सकी। पुल की दो लेन का काम लगभग पूरा है, बस रामादेवी की तरफ गिंट्टी की लेयर ठीक करके डामरीकरण करना है। आज और कल के चक्कर में रोजाना हजारों की संख्या में राहगीर वहां लगने वाले जाम से जूझ हो रहे हैं। इसके बाद भी न तो पीडब्ल्यूडी (एनएच) और न ही एसएच इंफ्राटेक कंपनी को शहरवासियों का दर्द दिखाई पड़ रहा है। निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश सिंह ने बताया कि काम लगभग पूरा हो चुका है, टाटमिल और रामादेवी दोनों की तरफ रैंप की लेयर कंपलीट हो चुकी है। शनिवार से डामरीकरण किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी (एनएच) के अधिशाषी अभियंता एसके सिंह ने बताया कि बिटुमिंस का काम टाटमिल की तरफ से शुरू होगा। रैंप से लेकर पुल तक काम किया जाएगा इसके बाद रामादेवी की तरफ रैंप की लेयर जब बराबर की जाएगी तब ही रैंप पर डामर डालने का काम किया जाएगा।