सूअरों ने छीना चैन, दस्ता मांग रहा सुरक्षा
स्वाइन फ्लू ने भले ही शहर में दस्तक दे दी हो, मगर अभी तक एहतियात के लिए एक कदम तक नहीं बढ़े।
जागरण संवाददाता, कानपुर : स्वाइन फ्लू ने भले ही शहर में दस्तक दे दी हो, मगर अभी तक एहतियात के लिए एक कदम तक नहीं बढ़े। स्वाइन फ्लू के मुख्य कारक सूअर सड़कों पर घूम रहे हैं। कई इलाकों में लोगों का चैन ही छिन गया है। बीमारी की दहशत से लोग घर से बाहर निकलने में डरने लगे हैं। वहीं, नगर निगम का दस्ता सूअरों को पकड़ने के लिए सुरक्षा की गुहार कर रहा है। पहले कई बार अभियान के दौरान सूअर पालक हमला कर चुके हैं।
कई वर्षो से नहीं चला अभियान
शहर में कई वर्षो से सूअर पकड़ो अभियान बंद है। कभी-कभार महज खानापूरी ही की गई। इसी का नतीजा है कि सूअरों का आतंक बढ़ता गया।
सवा लाख सूअर बने मुसीबत
शहर में लगभग सवा लाख सूअर अब मुसीबत बन गए हैं। आर्यनगर, बेनाझाबर, स्वरूप नगर, हर्ष नगर, जवाहर नगर, नेहरू नगर, गांधीनगर, लाजपत नगर, रामबाग समेत कई इलाकों में दिन भर सड़क पर सूअर घूमते रहते हैं। शास्त्रीनगर, विजय नगर, सुजातगंज, विश्वबैंक, लालबंगला, जूही समेत अन्य इलाकों में भी दहशत है।
रोकने के लिए गलियों में लगाए पाइप
कई इलाकों में सूअरों को गलियों में घुसने से रोकने के लिए पाइप लगाए गए हैं। पाइपों के बीच गैप होने से सूअर अंदर नहीं आ पाते हैं।
रखने के लिए नहीं बची जगह
सूअरों को रखने के लिए नगर निगम के पास जगह ही नहीं बची है। दर्शनपुरवा में स्थित कांजी हाउस, जाजमऊ व बकरमंडी में गोवंश रखे जा रहे हैं। कैटल कैचिंग दस्ता सूअरों को रखने के लिए नगर निगम की बेकार पड़ी जगह को चिह्नित कर रहा है जहां बाउंड्रीवाल बनी हो।
दस्ते में बढ़ाए जा रहे दस कर्मी
सूअरों को पकड़ने के लिए दस्ते में दस कर्मचारी बढ़ाए जा रहे हैं। आउटसोर्सिग जरिए 30 कर्मचारी तैनात हैं। गोवंश पकड़ने को अभियान चलाया जा रहा है।
बकरमंडी भेजे गए 40 सांड़
बकरमंडी में बने अस्थायी गोवंश केंद्र में नगर निगम ने जाजमऊ से 40 सांड़ पकड़कर बंद कराए। इसके अलावा किदवईनगर, कृष्णानगर, श्यामनगर में अभियान चलाकर दस गोवंश पकड़े।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सूअरों को पकड़ने के लिए फोर्स मांगा है। साथ ही उनको रखने के लिए जगह चिह्नित हो रही है। फोर्स मिलते ही अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
- डॉ. एके सिंह, पशुचिकित्साधिकारी नगर निगम