Social Media पर Viral Video को अमल करने वालों में से हैं ये, आप भी बन सकते इनके जैसे Kanpur News
शहर में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने दीये से गरीबों की दीपावली को रोशन कर रहे हैं।
कानपुर, [श्रीनारायण मिश्र]। दीपों के उत्सव दीपावली पर अपना घर तो सभी रोशन करते हैं, लेकिन रोशनी के असली पहरुए वे हैं जो अपने हिस्से की रोशनी से गरीबों का घर रोशन कर देते हैं। वे खुशियां बांटने के लिए उनके घरों तक जाते हैं, उनके बच्चों को ज्ञान की रोशनी भी देते हैं। ऐसे प्रेरणादायक वीडियो आप सोशल मीडिया पर अक्सर देखा करते हैं लेकिन बहुत कम ही लोग हैं जो उसपर अमल करते हैं। आइए हम आपको शहर के ऐसे कुछ लोगों से मिलवाते हैं, जो इससे भी कहीं ज्यादा गरीबों की जिंदगी में रोशनी भरने में जुटे हैं। डॉ. शिखा सिंह, पूनम त्रिवेदी, डॉ. अनूप जैन और अरविंद त्रिपाठी शहर के ऐसे ही चेहरे हैं, जिनकी दिवाली में असली रंग तभी आता है, जब गरीबों के बच्चों के चेहरों पर चमक देख लेते हैं।
झोपड़ी में दीपक जलाती है ये टोली
पीपीएन डिग्री कॉलेज में प्रोफेसर डॉ. शिखा सिंह पहले अकेले ही दिवाली पर गरीबों के घर जाती थीं। फिर समाजसेवी राधिका दुबे, अपर्णा आदि 10 महिलाओं का एक ग्रुप बनाया। महिलाओं की ये मंडली दिवाली पर जीटी रोड के किनारे बसी झुग्गी झोपडिय़ों में जाती है। वहां घर-घर जाकर दीपक बांटे जाते हैं। डॉ. शिखा कहती हैं कि जब हर घर से रोशनी आती है तभी अपना घर भी अच्छा लगता है।
गरीब बच्चों के चेहरे पर खुशी का लालच
हेमंत विहार निवासी गृहणी पूनम त्रिवेदी की टोली में शिल्पी, सुनयना, अंकिता समेत 12 महिलाएं हैं। कोई नौकरीपेशा है तो ज्यादातर गृहणी। यह लोग दिवाली के लिए आपस में चंदा एकत्र करती हैं और वह सारा पैसा जूही राखी मंडी की गरीब बस्ती में घर-घर जाकर खर्च करती हैं। दीपक से लेकर मिठाई तक बांटती हैं। पूनम कहती हैं कि यह भी एक लालच है, गरीब बच्चों के चेहरे पर खुशी देखने का।
दीये ही नहीं शिक्षा की भी रोशनी
जनरलगंज स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिर के अध्यक्ष डॉ. अनूप जैन दीपक के साथ शिक्षा की रोशनी भी बांटते हैं। उन्होंने अपने साथियों अनूप जैन, रवि आदि के साथ एक संस्था बना रखी है। यह संस्था 250 बच्चों को छात्रवृत्ति देती है। दिवाली की पूर्व संध्या पर ही यह लोग गरीबों के घरों में जाकर दीपोत्सव की पूरी सामग्री बांट आते हैं।
दिवाली पर मलिन बस्ती करती है इंतजार
पनकी की मलिन बस्ती को दिवाली पर गुरुनानक पब्लिक स्कूल के शिक्षक अरविंद त्रिपाठी और उनके साथियों का बेसब्री से इंतजार रहता है। वे अपने साथियों आवेश कौशिक, यूपीसीडा में अधिकारी विजय स्वरूप व धर्मचंद के साथ यहां पहुंचकर खुद दीये जलाते हैं। मिठाई बांटते हैं और कुछ समय इनके बीच बिताते हैं। विजय स्वरूप ने तो कुछ बच्चों की शिक्षा का खर्च भी उठा रखा है। अरविंद कहते हैं रोशनी बांटने से बढ़ती है।