आंसुओं में डूबे रोजेदार, अलविदा माहे रमजान अलविदा
रोजेदारों को इस बात का गम था कि बरकत वाला महीना हमसे जुदा हो रहा है ।
By Edited By: Published: Sat, 01 Jun 2019 01:32 AM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2019 09:56 AM (IST)
कानपुर, जेएनएन। रमजानुल मुबारक की विदाई का समय आ गया है, आखिरी जुमा को जब पेशइमाम ने खुतबा पढ़ा कि अलविदा ओ अलविदा या शहर रमजान तो रोजेदार अपने आंसू नहीं रोक पाए। रोजेदारों को इस बात का गम था कि बरकत वाला महीना हमसे जुदा हो रहा है । शुक्रवार को शहर की करीब दो से ढाई हजार मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई ।
जामा मस्जिद शफियाबाद चमनगंज में मौलाना कारी मोहम्मद कासिम हबीबी इलाहाबादी ने खुतबा पढ़ा तो हजारों की संख्या में मौजूद रोजेदारों की आंखें भर आईं। इसी तरह हलीम प्राइमरी मस्जिद में कारी मोहम्मद अमीन ने कहा कि जिस तरह रमजान में मस्जिद में खूब रौनक रही। यह बरकरार रहनी चाहिए। शहरकाजी मौलाना रियाज हशमती ने नई मस्जिद बाबूपुरवा में कहा कि इसी तरह पूरे साल मस्जिद में रौनक रखना। तय कर लो कि रमजान में जिस तरह बुराइयों से दूर रहे, उसी तरह कभी बुराई के करीब नहीं जाओगे।
उधर शीतला बाजार जामा मस्जिद में मौलाना मतीनुल हक ओसामा कासमी ने कहा कि तौबा कर लो। आज हमारे ऊपर जितनी परेशानियां हैं, उसकी यही वजह है कि हम अल्लाह और उसके रसूल को भूलते जा रहे हैं। इसी तरह जूही लाल कॉलोनी, बेगमपुरवा, बजरिया, कुलीबाजार, जाजमऊ, केडीए कॉलोनी समेत शहर के विभिन्न क्षेत्रों की मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई।
मस्जिदें फुल, पांच घंटे जाम
अलविदा की नमाज पढ़ने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी जिससे चमनगंज, बेकनगंज, तलाक महल, यतीमखाना रोड, पी रोड समेत शहर के कई मार्ग चार से पांच घंटे तक बेरीके¨डग में कैद रहे ।
भीषण गर्मी में कई रोजेदार की हालत बिगड़ी
भीषण गर्मी के कारण कई स्थानों पर रोजेदारों की हालत बिगड़ गई। हालांकि अधिकांश मस्जिदों के बाहर टेंट लगाए गए थे, लेकिन भीड़ के कारण ये टेंट छोटे पड़ गए और हजारों की संख्या में रोजेदारों को धूप और भीषण गर्मी में नमाज पढ़ना पड़ा। यतीमखाना मस्जिद में नमाज पढ़ने गए एक वृद्ध की तबीयत बिगड़ गई। इसी तरह तलाक महल की मोहम्मदी मस्जिद में नमाज पढ़ने आये बुजुर्ग को चक्कर आ गया जिन्हें रोजेदारों ने संभाला।
जामा मस्जिद शफियाबाद चमनगंज में मौलाना कारी मोहम्मद कासिम हबीबी इलाहाबादी ने खुतबा पढ़ा तो हजारों की संख्या में मौजूद रोजेदारों की आंखें भर आईं। इसी तरह हलीम प्राइमरी मस्जिद में कारी मोहम्मद अमीन ने कहा कि जिस तरह रमजान में मस्जिद में खूब रौनक रही। यह बरकरार रहनी चाहिए। शहरकाजी मौलाना रियाज हशमती ने नई मस्जिद बाबूपुरवा में कहा कि इसी तरह पूरे साल मस्जिद में रौनक रखना। तय कर लो कि रमजान में जिस तरह बुराइयों से दूर रहे, उसी तरह कभी बुराई के करीब नहीं जाओगे।
उधर शीतला बाजार जामा मस्जिद में मौलाना मतीनुल हक ओसामा कासमी ने कहा कि तौबा कर लो। आज हमारे ऊपर जितनी परेशानियां हैं, उसकी यही वजह है कि हम अल्लाह और उसके रसूल को भूलते जा रहे हैं। इसी तरह जूही लाल कॉलोनी, बेगमपुरवा, बजरिया, कुलीबाजार, जाजमऊ, केडीए कॉलोनी समेत शहर के विभिन्न क्षेत्रों की मस्जिदों में अलविदा की नमाज अदा की गई।
मस्जिदें फुल, पांच घंटे जाम
अलविदा की नमाज पढ़ने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी जिससे चमनगंज, बेकनगंज, तलाक महल, यतीमखाना रोड, पी रोड समेत शहर के कई मार्ग चार से पांच घंटे तक बेरीके¨डग में कैद रहे ।
भीषण गर्मी में कई रोजेदार की हालत बिगड़ी
भीषण गर्मी के कारण कई स्थानों पर रोजेदारों की हालत बिगड़ गई। हालांकि अधिकांश मस्जिदों के बाहर टेंट लगाए गए थे, लेकिन भीड़ के कारण ये टेंट छोटे पड़ गए और हजारों की संख्या में रोजेदारों को धूप और भीषण गर्मी में नमाज पढ़ना पड़ा। यतीमखाना मस्जिद में नमाज पढ़ने गए एक वृद्ध की तबीयत बिगड़ गई। इसी तरह तलाक महल की मोहम्मदी मस्जिद में नमाज पढ़ने आये बुजुर्ग को चक्कर आ गया जिन्हें रोजेदारों ने संभाला।
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