पेंशनर्स वीडियो कॉल कर दे सकते जीवित होने का सबूत
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोषागार से पेंशन पाने वाले पेंशनर्स को मुख्य कोषाधिकारी ने बड
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोषागार से पेंशन पाने वाले पेंशनर्स को मुख्य कोषाधिकारी ने बड़ी सुविधा उपलब्ध कराया है। अब कोई भी पेंशनर्स जो चलने में असमर्थ है, बीमार है या फिर किसी दूसरे शहर में है जहां से वह कोषागार या बैंक नहीं जा सकता है वह अब वीडियो कॉल के जरिए अपने जीवित होने का साक्ष्य दे सकता है। मुख्य कोषाधिकारी ने यह सुविधा उपलब्ध करा दी है। पिछले दिनों में इंदौर में रह रहे एक बीमार पेंशनर्स को यह सुविधा वे दे चुके हैं।
वैसे तो वर्ष में कभी भी कोई भी पेंशनर्स अपने जीवित होने का साक्ष्य कोषागार में दे सकता है। जिस बैंक में उसका पेंशन से संबंधित खाता है वहां भी यह प्रमाण पत्र देने की सुविधा है। हालांकि अब बायोमीट्रिक सुविधा भी उपलब्ध है। एक बार मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय में आकर अंगुली की छाप देने के बाद कहीं भी बायोमीट्रिक सिस्टम से खुद के जीवित होने का साक्ष्य दिया जा सकता है। चूंकि तमाम पेंशनर्स ऐसे हैं जो दिल्ली, मुंबई या अन्य शहरों में रह रहे हैं उन्होंने अभी तक बायोमीट्रिक सिस्टम का लाभ लेने के लिए पंजीकरण नहीं कराया है। वे किसी भी दशा में कोषागार नहीं आ सकते हैं। इसी तरह बीमार पेंशनर्स भी हैं। ऐसे लोग पहले डाक के जरिए या किसी भी माध्यम से अपने पेंशन से संबंधित कागजात, जीवित होने का प्रार्थना पत्र मुख्य कोषाधिकारी को भेजेंगे। इसके बाद फोन से संपर्क करेंगे। उन्हें वीडियो कॉल करने के लिए समय दिया जाएगा। मुख्य कोषाधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि जब वे फोन करेंगे तो उनके कागजात, फोटो आदि का मिलान किया जाएगा और फिर जीवित मानकर पेंशन खाते में साल भर तक भेजी जाएगी।
इस नंबर पर करें फोन
मुख्य कोषाधिकारी : 8785923730
बैंक नहीं भेज रहे प्रमाण पत्र
तमाम पेंशनर्स ने बैंकों में अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र दिया है, लेकिन बैंकों ने उनके प्रमाण पत्र अभी तक कोषागार नहीं भेजे हैं। इस वजह से पेंशनर्स की नवंबर माह की पेंशन रुक गई है।