फिर सामने आया योजना के नाम पर घोटाला, कानपुर मंडल में 825 अपात्रों के खातों में भेज दी पेंशन
60 साल से कम आयु वाली विधवा महिलाओं दिव्यांगों व वृद्धों को पांच सौ रुपये मासिक पेंशन मिलती है जिनके पास खेत अधिक हैं निर्धारित मानक से अधिक वार्षिक आय है एवं किसी के परिवार में किसी को सरकारी नौकरी मिल गई है तो उसे अपात्र माना जाता है।
कानपुर, जेएनएन। अभी तक अनुदान और परिवार कल्याण योजना में हुए घोटाले की जांच बंद नहीं हुई थी कि फिर बिधवा, वृद्धा पेंशन योजना में घोटाले की बू आने लगी। विधवा, वृद्धा और दिव्यांग पेंशन योजना का सत्यापन पूरा हो गया है। सत्यापन में पाया गया है कि कानपुर मंडल में इन योजनाओं में 825 अपात्रों के खाते में पेंशन भेजी गई है, जबकि 12050 लाभार्थी मृत पाए गए हैं।
मृतकों के खाते पर रोक लगा दी गई है। इसी तरह जो अपात्र हैं उनसे भी धनराशि की वसूली होगी। 60 साल से कम आयु वाली विधवा महिलाओं, दिव्यांगों व वृद्धों को पांच सौ रुपये मासिक पेंशन मिलती है, जिनके पास खेत अधिक हैं, निर्धारित मानक से अधिक वार्षिक आय है एवं किसी के परिवार में किसी को सरकारी नौकरी मिल गई है तो उसे अपात्र माना जाता है। सत्यापन हुआ तो 825 लोग तीनों पेंशन योजनाओं में अपात्र मिले पाए गए। अपात्र होने केे बाद भी उन्हेंं पात्र बनाने वाले विभागीय जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
कहां कितने अपात्र
- जिला वृद्धा विधवा दिव्यांग
- इटावा 32 21 00
- औरैया 00 41 04
- कन्नौज 441 00 29
- कानपुर 02 31 08
- फर्रुखाबाद 117 54 09
- कानपुर देहात 33 01 02
- कुल अपात्र 625 148 52
- 10546 लाभार्थी वृद्धावस्था पेंशन योजना में मृत पाए गए ।
- 1155 महिलाओं की मृत्यु हो गई है जो पेंशन ले रहीं थीं।
- 349 दिव्यांगों की मृत्यु हो चुकी है जो पेंशन पा रहे थे।