चकेरी में साथियों ने की थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या
बोरे में भरकर शव घर में छिपाया, ठिकाने लगाने से पहले खुला राज
जागरण संवाददाता, कानपुर : चकेरी में दो दिन से लापता प्रॉपर्टी डीलर की शव बोरे में उसके साथी के घर मिला। तेज दुर्गध आने पर किराएदार की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला सामने आया। पुलिस प्रापर्टी व लेनदेन के बिंदु पर जांच कर रही है। मुख्य आरोपित की पत्नी और मा समेत पांच लोगों से पूछताछ की जा रही है।
ओमपुरवा निवासी प्रॉपर्टी डीलर जगदम्बा सिंह की किरायेदार विजयलक्ष्मी बुधवार सुबह छत पर कपड़े सुखाने गई थी। कमरे से दुर्गध आने पर उसकी पत्नी सोनी से इसके विषय में पूछताछ की। बेरुखी से सोनी के जवाब और रात में पुलिस के आने के चलते अनहोनी की आशंका पर विजयलक्ष्मी ने चकेरी थाने को सूचना दी। चकेरी पुलिस ने जब दूसरी मंजिल स्थित कमरे का ताला तोड़ा तो उसमें एक सिले हुए बोरे के अंदर शव मिला। उसकी शिनाख्त दो दिन से लापता गणेशपुर सनिगवा निवासी प्रॉपर्टी डीलर रणविजय राजपूत (35) के रूप में हुई। रणविजय की तलाश के चलते पुलिस मंगलवार रात जगदम्बा के घर पहुंची थी। रणविजय की पत्नी रेखा ने उस पर पति को अगवा करने का शक जताया था। पूछताछ में सोनी व उसकी सास रज्जो ने मंगलवार से जगदम्बा के घर पर न होने की बात कही और शव के विषय में जानकारी पर गोलमोल जवाब दिया। इस पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
एसपी पूर्वी अनुराग आर्य ने सीओ कैंट अजीत चौहान व फारेंसिक टीम के साथ मौके से साक्ष्य एकत्र किए। रणविजय की स्कार्पियो गाड़ी उन्नाव कचहरी के पास से बरामद की गई। रेखा ने बताया कि जमीन व लेनदेन के विवाद को लेकर जगदम्बा सिंह, कोयला नगर निवासी अवधेश मिश्र, सूर्यभान मिश्र, गणेशपुर के पप्पू राजपूत, सुनील, जगईपुरवा निवासी विजय व ओमपुरवा निवासी चमन ने मिलकर रणविजय की हत्या कर दी। पुलिस ने सभी के खिलाफ हत्या, अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
-----
''हत्या में शामिल लोगों के विषय में अहम सुराग हाथ लग गए हैं। हत्या के पीछे प्रापर्टी विवाद व लेनदेन के बिंदु पर पड़ताल की जा रही है।
-अनुराग आर्य, एसपी पूर्वी