Move to Jagran APP

उर्सला में डॉक्टरों की गुटबाजी, पिस रहे मरीज

जागरण संवाददाता, कानपुर : उर्सला अस्पताल में दो डॉक्टर गुटबाजी कर रहे हैं। एक गुट का आरा

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Mar 2018 02:03 AM (IST)Updated: Thu, 08 Mar 2018 02:03 AM (IST)
उर्सला में डॉक्टरों की गुटबाजी, पिस रहे मरीज
उर्सला में डॉक्टरों की गुटबाजी, पिस रहे मरीज

जागरण संवाददाता, कानपुर : उर्सला अस्पताल में दो डॉक्टर गुटबाजी कर रहे हैं। एक गुट का आरोप है कि आउट सोर्सिग पर तैनात कुछ कर्मचारियों के जरिये आइसीयू में भर्ती कर मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल की जा रही है। वहीं दूसरा गुट उल्टा वसूली का आरोप लगा रहा है। इस अराजकता से यहां भर्ती होने वाले मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। सोमवार देर रात आइसीयू में पिता-पुत्र पर हुआ हमला भी इससे जुड़ा है।

prime article banner

उर्सला अस्पताल की चिकित्सीय सेवाएं सुदृढ़ करने के प्रयास लगातार जारी हैं। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश हेल्थ सर्विस स्ट्रेंथनिंग प्रोजेक्ट (यूपीएचएसएसपी) को उर्सला अस्पताल में एनएबीएच की ग्रेडिंग के लिए मानक पूरे करने का जिम्मा सौपा है। मरीजों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रबंधक की तैनाती की गई है और काम हो रहा है। इतना सब होने के बावजूद अस्पताल के ही कुछ वरिष्ठ चिकित्सक शासन की मंशा पर पलीता लगा रहे हैं। इलाज एवं आपरेशन के नाम पर वसूली को लेकर डॉक्टरों की गुटबाजी चरम पर है। आरोप तो यह है वसूली की रकम का एक हिस्सा बड़े अधिकारी तक जाता है। यही वजह है कि पिछले छह माह में अस्पताल के कार्यालय में इलाज में वसूली से जुड़ी आधा दर्जन शिकायतें आई, लेकिन जांच के नाम पर लीपापोती कर दी गई। किसी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।

आइसीयू में भर्ती को टकराव

शासन ने उर्सला के आइसीयू को अवैध घोषित कर रखा है। इसलिए इसके संचालन को अलग से बजट नहीं मिलता है। ऐसे में इसका फायदा डॉक्टर उठा रहे हैं। दस साल से अधिक समय से यहां जमे चिकित्सकों का गुट दूसरे गुट पर हावी है। कुल मिलाकर कहा जाए तो लड़ाई की जड़ ही आइसीयू है।

कर्मचारियों को वसूली का जिम्मा

आइसीयू में मरीजों को भर्ती कराने के लिए डॉक्टरों ने यहां के कुछ आउटसोर्सिग के कर्मचारियों को लगा रखा है। ऐसे में अपने-अपने मरीजों को भर्ती कराने के लिए टकराव की नौबत आती है। अगर किसी मरीज या उसके तीमारदार ने अव्यवस्था की शिकायत की तो उससे अभद्रता एवं मारपीट की जाती है।

बोले जिम्मेदार

'आइसीयू के संचालन को लेकर कुछ शिकायतें मिली है। इसके लिए मंगलवार को बैठक बुलाई है। इसमें दोनों चिकित्सकों व उनके कर्मचारियों को बुलाया है। उनसे पूछताछ की जाएगी।'

- डॉ. उमाकांत, निदेशक, उर्सला अस्पताल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK