यदि बिना पैंट्रीकार वाली ट्रेन से सफर कर रहे हैं और लगी है भूख, बस एक फोन मिलाते ही सामने होगा खाना
आइआरसीटीसी ने नॉन पैंट्रीकार ट्रेनों में तैनात किए कैटङ्क्षरग मैनेजर पहले बुक कराना होगा खाना लगेगी अवैध वेंडरिंग पर लगाम।
कानपुर, जेएनएन। रेल सफर के दौरान अगर भूख लगती है और ट्रेन में पैंट्रीकार नहीं है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब एक फोन कॉल पर आपको खाना मिल जाएगा। रेलवे की ओर से ट्रेन साइड वेंडिंग योजना के तहत यात्री फोन करके या आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन) के प्रतिनिधि को बोलकरअपनी पसंद का खाना बुक करा सकते हैं।
आज भी सैकड़ों की संख्या में ऐसी ट्रेनें हैं जो लंबी दूरी तय करती हैं लेकिन उनमें पैंट्रीकार नहीं है। ऐसी ट्रेनों के यात्रियों को शुद्ध और स्वास्थ्यवद्र्धक खाना नहीं मिल पाता। यात्री या तो किसी बड़े स्टेशन के आने का इंतजार करते हैं या अवैध वेंडरिंग का सड़ा गला खाना खाने को विवश होते हैं। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से लगभग एक दर्जन ऐसी ट्रेनें गुजरती हैं। इनमें प्रमुख रूप से ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस, गोमती सागर एक्सप्रेस, आगरा इंटरसिटी, झांसी इंटरसिटी, चौरीचौरा एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, एलटीटी एक्सप्रेस, कामाख्या-गांधीधाम एक्सप्रेस और रांची संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आदि हैं।
ट्रेन साइड वेंडिंग योजना के तहत ट्रेन में एक कैटरिंग मैनेजर रहेगा जो यात्रियों की मांग के अनुरूप खाना ट्रेन में मंगवाएगा और उन तक पहुंचाएगा। पूरे देश में लगभग सात सौ ट्रेनों में यह सुविधा दी जाएगी। योजना शुरू करने के पीछे रेलवे के दो उद्देश्य हैं। पहला यात्रियों को स्वादिष्ट और बेहतर खाना मिलेगा और दूसरा इन ट्रेनों में अवैध वेंडङ्क्षरग पर भी लगाम लगेगी।
इस तरह मिलेगा लाभ
यात्रियों को आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर जाकर या फिर फोन पर कैटरिंग मैनेजर से खाना बुक कराना होगा। खाना बुक होने के बाद आइआरसीटीसी अपने बेस किचन से खाना लाकर ट्रेनों में चढ़ाएगा।