Kanpur Violence : उप्रदव मामले में सामने आया पाकिस्तानी कनेक्शन, डी-टू गैंग के शूटर का बेटा जैन उर्फ ताल्हा अख्तर था शामिल
कानपुर में नई सड़क उप्रदव मामले में एक और पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। डी-टू गैंग के शूटर रहे जावेद रिंग वाले का बेटा जैन उर्फ ताल्हा अख्तर भी शामिल था। पाकिस्तान की मूल निवासी है जैन की मां पोल खुली तो सालों पहले वापस पाकिस्तान भेजी गई थी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नई सड़क और दादा मियां का हाता में हुए उपद्रव में एक और पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। डी-टू (जिला स्तर पर दो नंबर पर पंजीकृत अपराधी गैंग) के कुख्यात शूटर रहे जावेद रिंग वाला का बेटा जैन उर्फ ताल्हा अख्तर उपद्रव के समय पाकिस्तानी मूल की अपनी मां परवीन के लगातार संपर्क में था। परवीन को खुफिया इकाइयों ने सालों पहले पोल खुलने के बाद भारत से पाकिस्तान भेज दिया था। उपद्रव को लेकर जैन की भूमिका और पाकिस्तानी कनेक्शन को लेकर पुलिस के कान खड़े हो गए हैं।
तीन जून को जुमा की नमाज के बाद नई सड़क पर जबरन दुकानें बंद कराने के विरोध में उपद्रवियों ने पथराव, फायरिंग व बमबाजी की थी। मामले में डी-टू गिरोह का गुर्गा अकील खिचड़ी नामजद है। जांच में सामने आया है कि वह उपद्रव के समय अपने पाकिस्तानी आका के संपर्क में रहकर दिशा-निर्देश ले रहा था। बाद में वायरल हुई एक वाट्सएप चैट में पाकिस्तानी नंबरों के साथ ईरान का एक नंबर भी मिला था।
पुलिस उस प्रकरण की जांच पूरी नहीं कर सकी है कि अब पता चला है, गम्मू खां का हाता निवासी डी-टू गैंग के शूटर रहे जावेद रिंग वाला का बेटा जैन उर्फ ताल्हा अख्तर भी उपद्रव के दिनों में लगातार पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में था। जावेद रिंग वाला की वर्ष 2006 में वर्चस्व की लड़ाई में हत्या कर दी गई थी।
जावेद ने पाकिस्तानी मूल की परवीन से निकाह कर चोरी-छिपे उसे अपने साथ कानपुर में रखा था। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जैन से लंबी पूछताछ की गई है। जैन और उसके पिता जावेद के आपराधिक इतिहास को देखते हुए गंभीरता से जांच की जा रही है। जरा सा भी संदेह होने पर जैन को गिरफ्तार किया जाएगा।