कानपुर आउटर रिंग रोड के किनारे बनेंगी 10 झीलें और विकसित होगा पिकनिक स्पॉट, मुआवजा वितरण की भी तिथि तय
कानपुर में आउटर रिंग रोड निर्माण को लेकर तैयारियां अंतिम चरण पर हैं भूमि अधिग्रहण के साथ मुआवजा वितरण की तिथि भी तय की गई हैं। वहीं मिट्टी की जरूरत को पूरा करने के लिए पिकनिक स्पाॅट के रूप में दस झीलें विकसित करने की योजना बन रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। रिंग रोड के आस-पास के इलाकों में लोगों को 10 बड़ी झीलों का तोहफा मिलने वाला है। इन झीलों के साथ क्षेत्र में नए पिकनिक स्थल भी विकसित किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को घूमने-टहलने का सुरम्य स्थल तो मिलेगा ही, रोजगार के भी रास्ते खुलेंगे।
रिंग रोड के लिए मिट्टी की जरूरत को पूरा करेंगी झीलें
शहर की रिंग रोड से कानपुर नगर ही नहीं, कानपुर देहात और उन्नाव के निवासियों को भी सुरम्य झील का सुख मिल सकेगा। इस झील का निर्माण रिंग रोड के लिए जरूरी मिट्टी की खोदाई से होगा। रिंग रोड के निर्माण के लिए एक करोड़ घनमीटर मिट्टी की आवश्यकता होगी। नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया ने जिला प्रशासन से मिट्टी खोदाई की अनुमति मांगी है।
तालाबों की मिट्टी का होगा परीक्षण
इतने बड़े पैमाने पर मिट्टी की आवश्यकता की पूर्ति पर विचार करने के लिए पिछले दिनों जिलाधिकारी विशाख जी के साथ एनएचएआइ के अधिकारियों की बैठक भी हुई है। जिलाधिकारी ने मिट्टी खोदाई के लिए ग्राम पंचायत या सरकारी भूमि पर स्थित तालाबों का प्रयोग करने के लिए कहा है। इसके लिए तालाबों की मिट्टी का मृदा परीक्षण कराया जाएगा।
झीलों से सुधरेगा भूजल का स्तर
जिलाधिकारी ने एनएचएआइ से कहा कि रिंग रोड के दोनों तरफ पांच-पांच किमी के दायरे में स्थित गांवों के तालाबों की मिट्टी का परीक्षण कराया जाए। जहां उपयुक्त मिट्टी मिलेगी वहीं खोदाई की अनुमति देंगे। जिलाधिकारी का मानना है कि सरकारी तालाब की मिट्टी खोदाई करने से रिंग रोड के किनारे बड़ी-बड़ी झीलें विकसित हो जाएंगी।
इन झीलों में इकट्ठा होने वाले पानी से आस-पास के क्षेत्रों में जल भराव की समस्या दूर होगी और पर्यावरण के साथ भूजल स्तर में भी सुधर होगा। झीलों का विकास होने के बाद आस-पास के हिस्से की लैंड स्केपिंग कर आकर्षक पिकनिक स्थल विकसित किए जा सकेंगे।
अगले माह से मुआवजा वितरण
रिंग रोड के प्रथम चरण का काम जल्द शुरू कराने की योजना है। जून तक इस हिस्से पर निर्माण गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। दिसंबर से पहले चरण के भूमि अधिग्रहण का मुआवजा वितरण शुरू हो जाएगा। यह काम जनवरी से फरवरी तक पूरा होगा।
-रिंग रोड एलीवेटेड बनेगी। इसके लिए एक करोड़ घनमीटर मिट्टी की आवश्यकता है। खोदाई करने पर 10 फीट गहराई तक एक किमी लंबे और एक किमी चौड़ाई के कम से कम 10 स्थल की आवश्यकता होगी। -प्रशांत दुबे, परियोजना निदेशक एनएचएआइ
-रिंग रोड पर 10 स्थलों पर झील विकसित की जाएंगी। इससे पर्यावरण सुधार होगा और इन स्थलों का पिकनिक स्थल के रूप में विकास कर स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन किया जा सकेगा। -विशाख जी, जिलाधिकारी कानपुर नगर