Coronavirus से जंग में ऑर्डिनेंस की पैराशूट फैक्ट्री ने प्रशासन को सौंपे पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट
रक्षा मंत्रालय की ऑर्डिनेंस बोर्ड की ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री की यूनिट चालू करके पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट बनाने के निर्देश दिए हैं।
कानपुर, जेएनएन। रक्षा मंत्रालय की ऑर्डिनेंस बोर्ड की ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री ने पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई) की पहली खेप मंगलवार को जिला प्रशासन को सौंप दी। इसके केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने फैक्ट्री प्रबंधन को एक यूनिट खोलकर सावधानियों का पालन करते हुए कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इक्यूपमेंट तैयार करने के निर्देश दिए थे। निर्देश के बाद से यह यूनिट लगातार काम कर रही है।
डीएम बोले, मानव सेवा में बढ़कर हिस्सा लें लोग
शिविर कार्यालय में जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कहा कि कोविड-19 कोरोना वायरस से पूरा विश्व प्रभावित है । आज इस लड़ाई में प्रधानमंत्री जी के आवाहन पर सभी भारतीयों ने खुद को अपने घरों में लॉकडाउन कर रखा है। इस आपदा के समय देश के समस्त जिम्मदार लोग समाज सेवा कर रहे है, जिसके तहत विभिन्न संगठनों , स्वयं सेवी संस्थाओं, बडी बडी औद्योगिक इकाइयों ने समाज सेवा के लिए अपने दोनों हाथों को खोल दिया है। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस आपदा के समय मानव सेवा करने के लिए लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और देश सेवा करें।
ओपीएफ ने सौंपे 5000 मास्क, बेड सीट व हेड कवर
कोविड 19 आपदा से निपटने के क्रम में रक्षा मंत्रालय की आयुध निर्माणी फैक्ट्री भी योगदान में जुटी हैं। रक्षा मंत्रालय ने कानपुर स्थित आयुध पैराशूट फैक्ट्री की एक यूनिट खोलेने के निर्देश देकर कोरोनावायरस से बचाव के लिए जुड़े पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट बनाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में मास्क ,हेड कवर, शू कवर,बेड सीट आदि का निर्माण मानक के अनुरूप किया जा रहा है। मंगलवार को फैक्ट्री प्रबंधन ने जिलाधिकारी को पीपीई की पहली खेप सौंपी। इमें 5000 मास्क, बेड सीट, हेड कवर ,शू कवर आदि हैं । यहां बनने वाले मास्क व अन्य सामान रक्षा मंत्रालय को सप्लाई की जाएगी।
सहयोग को आगे आए कारोबारी और समाजसेवी
कोरोना वायरस से जंग में प्रशासन के सहयोग के लिए कारोबारी और समाजसेवी आगे आ रहे हैं। विभिन्न संगठनों तथा औद्योगिक इकाइयों द्वारा सहयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में गोल्डी मसाले की तरफ से 11 लाख रुपये का चेक जिलाधिकारी को दिया गया । पारले जी बिल्कुत कंपनी ने एक लाख बिस्कुट के पैकेट जिला प्रशासन को देने की बात कही। आदित्य, अशोक टंडन, रामा टंडन आदि ने डीएम को टेंपरेचर स्कैनिंग सिस्टम दिया, जिसकी कीमत लगभग 7 लाख रुपये की है। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच करने में स्वास्थ्य विभाग को मदद मिलेगी।