आयुध निर्मार्णियों के कर्मचारियों ने सांसद सत्यदेव पचौरी को घेरकर मांगा जवाब Kanpur News
कानपुर में आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में लामबंद कर्मचारी रोजाना आंदोलन कर रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने रविवार को सांसद के आवास का घेराव किया और सांसद से प्रकरण में पहले करने का सकारात्मक आश्वासन की मांग की। सांसद ने भी कर्मचारियों को निगमीकरण करण रद किए जाने के लिए प्रभावी प्रयास करने की बात कही।
आयुध निर्माणियों के निगमीकरण के विरोध में संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कर्मचारियों लामबंद हैं और आंदोलन कर रहे हैं। शनिवार को कर्मचारियों ने मानव शृंखला बनाकर विरोध दर्ज कराया था। कर्मचारी नेता सिद्धनाथ तिवारी, रामशरण त्रिपाठी, योगेन्द्र चौहान ने केंद्र सरकार के रक्षा विशेषज्ञ वीके सहगल द्वारा आयुध निर्माणियों के उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में भ्रामक प्रचार करने का आरोप लगाते हुए तीखी आलोचना की थी। साथ ही 20 अगस्त से देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है।
सांसद को दिया ज्ञापन
रविवार को आयुध निर्माणी कर्माचारियों की भीड़ शहर सांसद सत्यदेव पचौरी के आवास पर पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी। आवास घेरकर उन्हें बाहर निकलने का अनुरोध करने लगे। सांसद के बाहर आने पर ज्ञापन सौंपा और आयुध निर्माणियों का निगमीकरण के निर्णय को रद्द करवाने की मांग रखी। सासंद ने भी प्रभावी प्रयास करने का भरोसा दिया। यहां विनोद तिवारी, सिद्धनाथ तिवारी, समीर बाजपेई, छविलाल यादव, मुकेश सिंह, शिवकुमार पाल, पीके चटर्जी आदि मौजूद रहे।
खर्च घटाएं, निगमीकरण की जरूरत नहीं
प्रतिरक्षा कर्मचारी नेता और इंटक के प्रदेश अध्यक्ष आशीष पांडेय ने रक्षामंत्री को पत्र भेजकर निगमीकरण का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि आर्डनेंस फैक्ट्रियां अस्पताल और स्कूल संचालित कर रही हैं। सुरक्षा और यात्रा भत्ते पर मनमानी खर्च कर रही हैं। करोड़ों रुपये के इस खर्च को कम कर दिया जाए तो निगमीकरण की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
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