सेंट्रल स्टेशन पर खुला स्कूल, भटकने वाले बच्चों में भरा जाएगा ज्ञान का उजियारा
रेलवे चाइल्ड लाइन ने किया शुभारंभ, सेंट्रल को बाल हितैषी रेलवे स्टेशन बनाने की दिशा में बड़ा कदम।
By AbhishekEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 04:02 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 04:02 PM (IST)
कानपुर (जागरण संवाददाता)। रेलवे स्टेशन पर भटकने वाले बच्चों की जिंदगी भी अब तालीम की पटरी पर दौड़ेगी। बाल दिवस के मौके पर बुधवार को सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर रेलवे चाइल्ड लाइन ने एक अनौपचारिक स्कूल का शुभारंभ किया।
रेलवे चाइल्ड लाइन सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद करती है। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर जीआरपी कार्यालय के बगल में रेलवे चाइल्ड लाइन के कार्यालय की स्थापना की गई है। बुधवार को यहां पर एक अनौपचारिक स्कूल का उद्घाटन स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने किया। स्टेशन डायरेक्टर ने बताया सेंट्रल स्टेशन पर रोजाना दो से तीन दर्जन बच्चे भटकते रहते हैं। यह बच्चे स्टेशन पर रोजगार करके घर का पेट पालने वाले, बेघर या कूड़ा बीनने वालों के होते हैं।
स्टेशन को बाल हितैषी बनाने की दृष्टि से अब इन बच्चों को यहां पढ़ाया जाएगा। उनमें पढऩे की ललक दिखाई दी तो उनकी आगे की शिक्षा की जिम्मेदारी भी रेलवे चाइल्ड लाइन उठाएगा। इस अवसर पर मौजूद बच्चों को पढऩे व भोजन सामग्री का वितरण भी किया गया। रेलवे चाइल्ड लाइन के निदेशक कमलकांत तिवारी, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी, जीआरपी प्रभारी राम मोहन राय, आरपीएफ प्रभारी राजीव वर्मा, समन्वयक धमेंद्र कुमार ओझा आदि मौजूद रहे।
रेलवे चाइल्ड लाइन सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद करती है। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर जीआरपी कार्यालय के बगल में रेलवे चाइल्ड लाइन के कार्यालय की स्थापना की गई है। बुधवार को यहां पर एक अनौपचारिक स्कूल का उद्घाटन स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने किया। स्टेशन डायरेक्टर ने बताया सेंट्रल स्टेशन पर रोजाना दो से तीन दर्जन बच्चे भटकते रहते हैं। यह बच्चे स्टेशन पर रोजगार करके घर का पेट पालने वाले, बेघर या कूड़ा बीनने वालों के होते हैं।
स्टेशन को बाल हितैषी बनाने की दृष्टि से अब इन बच्चों को यहां पढ़ाया जाएगा। उनमें पढऩे की ललक दिखाई दी तो उनकी आगे की शिक्षा की जिम्मेदारी भी रेलवे चाइल्ड लाइन उठाएगा। इस अवसर पर मौजूद बच्चों को पढऩे व भोजन सामग्री का वितरण भी किया गया। रेलवे चाइल्ड लाइन के निदेशक कमलकांत तिवारी, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी, जीआरपी प्रभारी राम मोहन राय, आरपीएफ प्रभारी राजीव वर्मा, समन्वयक धमेंद्र कुमार ओझा आदि मौजूद रहे।
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