कानपुर में लगे रोजगार मेले में दो दिन में सिर्फ 384 को रोजगार
सेवायोजन कार्यालय में दो दिन आयोजित हुए रोजगार मेले में सिर्फ 384 लोगों को ही नौकरी मिल सकी है।
जासं, कानपुर : सेवायोजन कार्यालय में दो दिन आयोजित हुए रोजगार मेले में सिर्फ 384 लोगों को ही नौकरी मिल सकी। रोजगार मेले में 15 कंपनियों ने 1825 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया, जबकि चार कंपनियां नहीं आ सकी। जो कंपनियां नहीं आईं वे ऑनलाइन साक्षात्कार लेंगी। मेले में 2568 पदों के लिए 17 कंपनियों को साक्षात्कार लेने थे। मेले के पहले दिन जहां आठ कंपनियों ने 1089 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार किए, इनमें से 207 को नौकरी दी गई। मंगलवार को सात कंपनियों ने 736 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया। इनमें से 177 का चयन किया गया। मेले में सेल प्रभारी इशिता जैन, सेवानिवृत्त सहायक रोजगार सहायता अधिकारी वीरेंद्र कुमार, आदर्श कुमार, अशोक कुमार, अजय कुमार शुक्ला, शैलेंद्र कुमार, प्रशांत कुमार आदि मौजूद रहे।
छात्राओं को दिया मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण
कानपुर : नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज किदवई नगर में मंगलवार को छात्राओं को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण दिया गया। मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज किदवई नगर की छात्राओं को बसंत कुमार सिंह ने मार्शल आर्ट के पैंतरे सिखाए, छात्राओं को बताया गया कि मुश्किल परिस्थितियों में डरने की बजाय किस तरह मुकाबला कर आत्मरक्षा करनी चाहिए। उनको महिला हेल्पलाइन के नंबर की जानकारी भी दी गई। प्रशिक्षण शिविर में कॉलेज की प्रधानाचार्य लक्ष्मी त्रिपाठी व शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं। जासं
एक दूसरे की जगह पर नहीं करेंगे हस्तक्षेप
कानपुर : सिविल जज सीनियर डिवीजन मनोज कुमार ने मंगलवार को इमराल्ड गार्डेन सोसाइटी विवाद में स्टे कर दिया। मामले में अधिवक्ता धर्मेंद्र सिंह धर्मू ने बताया स्वरूप कि इमराल्ड गार्डेन बंगलो ओनर्स वेलफेयर सोसाइटी और इमराल्ड गार्डेन वेलफेयर सोसाइटी फ्लैट्स के बीच दीवानी मुकदमा चल रहा था। आरोप था कि फ्लैट्स में रहने वाले लोग बंगलो में रहने वालों की जगह व सुविधाओं का उपयोग करते हैं। भाजपाइयों ने सरदार पटेल को किया नमन
जासं, कानपुर : भाजपा कानपुर उत्तर ने देश के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। पार्टी कार्यालय के नीचे शिक्षक पार्क में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने कहा कि सरदार पटेल ने 562 रियासतों को मिलाकर देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया था। इस दौरान संतोष शुक्ला, वीरेश त्रिपाठी, डॉ. जनमेजय सिंह, रंजीत भदौरिया, आशा पाल, रिचा सक्सेना, सत्यम गुप्ता, शुभम दीक्षित, रवि पांडेय, कुंज बिहारी, कृष्णकांत, अनुराग वर्मा एवं चंचल भदौरिया मौजूद रहे।