Kanpur Traffic: इस रेड लाइट पर पहुंचते ही कट जाता चालान, 45 दिन में 1.60 करोड़ का लगाया जुर्माना
कानपुर में एक तिराहे पर रेड लाइट जंप और स्टाप लाइन क्रास करने पर 45 दिन में 16 हजार वाहन चालकों का चालान काटे जाने की कार्रवाई की गई। उद्यमियों की शिकायत पर यातायात विभाग ने इस अवधि के अधिकांश चालान निरस्त किए हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर में अकेले एक तिराहे पर 45 दिन में वाहन चालकों के चालान काटकर 1.60 करोड़ का जुर्माना लगाया गया तो सभी सकते में आ गए हैं। अब इस तिराहे से गुजरने से वाहन चालक घबराने लगे हैं कि कहीं चालान न कट जाए। वहीं चालान कटवा चुके दो पहिया वाहन सवार तिराहे से गुजरने से पहले रास्ता बदल देते हैं। हालांकि इसकी जानकारी के बाद यातायात पुलिस ने बीते दिनों ने तिराहे के पास यातायात नियमों का उल्लंघन के आटोमेटिक चालान बंद कर दिए थे। आटोमेटिक चालान बंद किए जाने के पीछे विभागीय अफसर यहां टाइमर न होना व कैमरे में तकनीकि खामी बता रहे हैं। अफसरों का कहना है कि इस अवधि के अधिकांश चालान निरस्त किए गए हैं। जो भी शेष होंगे, उन्हें भी निरस्त किया जाएगा।
फजलगंज फायर स्टेशन तिराहे पर हुए चालान
फजलगंज फायर स्टेशन से चंद कदम दूरी पर तिराहा है। यहां भी ट्रैफिक सिग्नल और कैमरे लगे हैं। विजय नगर चौराहे का स्मार्ट चौराहों में चयन होने के बाद इस तिराहे पर भी आटोमेटिक चालान की प्रक्रिया शुरू की गई थी। दादा नगर औद्योगिक क्षेत्र से गड़रियनपुरवा जाने वाले उद्यमियों, व्यापारियों और कर्मचारियों दिनभर आना जाना इस तिराहे से ही होता है। एक दिन में कई चक्कर लगते हैं। आटोमेटिक चालान की जानकारी न होने से लोग यहां से बेधड़क निकलते रहे।
नतीजा यह हुआ कि एक-एक वाहन का यातायात नियमों के उल्लंघन में 10-10 हजार रुपये या फिर इससे अधिक का चालान हुआ। कई ऐसे भी निकले, जिनके वाहन की कीमत से अधिक चालान की धनराशि हो गई थी। 45 दिन में करीब 16 हजार चालान काटे जाने की जानकारी हुई। जैसा कि एक बार रेड लाइट जंप और स्टाप लाइन उल्लंघन पर प्रति चालान एक हजार रुपये और पांच सौ रुपये जुर्माने का प्रावधान है। इस तरह यदि 16 हजार चालान की आैसतन राशि मानी जाए तो 1.60 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना लगाया गया।
अब निरस्त कर रहे लोगों के चालान
आटोमेटिक चालान होने की जानकारी पर उद्यमियों ने डीसीपी ट्रैफिक से मुलाकात करके समस्या बताई थी। इसके बाद यातायात विभाग ने संज्ञान लेते हुए इसे चेक कराया। छानबीन में टाइमर न होना और कैमरे में तकनीकि खामी के चलते चालान होने की बात सामने आई थी। उसके बाद से यहां चालान अभी बंद हैं।
डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि इस तिराहे पर सिर्फ रेड लाइट जंप और स्टाप लाइन उल्लंघन का ही चालान होता था, जिसकी अधिकतम धनराशि एक हजार रुपये है। लोग उल्टी दिशा में चल कर यातायात नियम न तोड़े इसके लिए यहां कैमरा लगाया गया था। 45 दिन में कुल 16 हजार चालान हुए हैं। अधिकांश चालान निरस्त किए गए हैं। जो अन्य शेष होंगे, उन्हें भी निरस्त किया जाएगा।