दस लाख आबादी को पानी के लिए करना होगा एक हफ्ते का इंतजार
मंगलवार को जल निगम की पाइप में लीकेज होने से खड़ी हुई समस्या।
बेहाली ------
- मंगलवार को जल निगम की पाइप में लीकेज होने से खड़ी हुई समस्या
- रोड कटिंग के बाद ही ठीक होगा लीकेज, पीडब्ल्यूडी को भेजा गया पत्र
जागरण संवाददाता, कानपुर : मैकराबर्टगंज में मंगलवार को जल निगम की पाइप में लीकेज होने के बाद क्षेत्र की दस लाख आबादी के समक्ष पेयजल का संकट खड़ा हो गया। लीकेज ठीक करने के लिए रोड कटिंग जरूरी है,जो पीडब्ल्यूडी की स्वीकृति के बाद ही शुरू हो सकती है। जल निगम ने इसके लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा है। निगम के सहायक अभियंता का कहना है कि काम शुरू होने में एक सप्ताह का समय लग सकता है। ऐसी स्थिति में क्षेत्र के लोगों को तब तक पानी के लिए हैंड व सबमर्सिबल पंप आदि दूसरे विकल्पों पर आश्रित रहना पडे़गा।
मैकराबर्टगंज में मंगलवार को जमीन में दफन जल निगम का भ्रष्टाचार पानी के फव्वारे के रूप में फूट पड़ा था,जिससे सड़कें पानी से लबालब हो गईं। जल निगम को प्लांट बंद करना पड़ा। प्लांट से प्रतिदिन छह करोड़ लीटर जलापूर्ति दस लाख लोगों को होती है। इस प्लांट से सबसे ज्यादा लाभ दक्षिण और पश्चिम क्षेत्र के निवासियों को मिलता है। मंगलवार से जलापूर्ति बंद होने के कारण क्षेत्र में पानी का संकट खड़ा हो गया है। लोअर गंगा कैनाल से पहले ही पांच करोड़ लीटर जलापूर्ति बंद होने से पांच लाख जनता लो प्रेशर से जूझ रही है। बैराज प्लांट बंद होने से और दिक्कत बढ़ गई है। जल निगम के सहायक अभियंता ने बताया कि लीकेज ठीक करने के लिए रोड कटिग करनी पडेगी। इसकी स्वीकृति के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। एक सप्ताह का समय लग सकता है। --
जलापूर्ति का संकट इन इलाकों में
निराला नगर, साकेत नगर, बर्रा दो से आठ, हरी कालोनी , लाल कालोनी, शास्त्रीनगर, विजय नगर, काकादेव, सर्वोदयनगर, फूलबाग, पटकापुर, कुरसवां, बिरहाना रोड, मालरोड, लालबंगला, जाजमऊ, कृष्णानगर, गोविद नगर समेत कई इलाकों में पानी का संकट है।