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पाताल न सूख जाए, हर साल गिर रहा एक मीटर जलस्तर

जिंदगी की भाग-दौड़ में हम जल का महत्व ही भूल गए हैं। अब केवल प्यास बुझाने मात्र ही जल रह गया है

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Jun 2019 01:48 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jun 2019 06:22 AM (IST)
पाताल न सूख जाए, हर साल गिर रहा एक मीटर जलस्तर
पाताल न सूख जाए, हर साल गिर रहा एक मीटर जलस्तर

जागरण संवाददाता, कानपुर: जिंदगी की भाग-दौड़ में हम जल का महत्व ही भूल गए हैं। अब केवल प्यास बुझाने मात्र ही जल रह गया है। तालाब, नदियों और कुओं से पानी गायब हो चुका है, कंक्रीट के जंगल खड़े होते जा रहे हैं। भूगर्भ जल का तेजी से दोहन हो रहा है लेकिन बचाने की मुहिम केवल कागजों में दौड़ रही है। शहर के हालात यह है कि हर साल कई इलाकों में एक मीटर से ज्यादा भूगर्भ जलस्तर गिर रहा है। पांच साल में जल स्तर ढाई सौ फीट पहुंच चुका है, जो पहले डेढ़ सौ फीट तक था।

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सरकारी मशीनरी केवल कागजी कार्रवाई में लगी है। बारिश के पानी को संरक्षित करने का खाका धरातल पर नहीं उतरा। हर साल रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की बात होती है लेकिन ये महज दिखावा बनकर रह जाते हैं। बिना सख्त कानून के व्यवस्था सिफर है। पांच साल पहले शहर में 100 से 120 फीट पर पानी मिल जाता था, लेकिन अब 200 से 250 फीट तक पानी बमुश्किल ही मिल पा रहा है।

बंद हो गए पांच हजार हैंडपंप

जलकल ने दस साल पहले पांच हजार हैंडपंप लगाए थे, जो अब बंद हो गए हैं। सवा सौ फीट बोरिग कर हैंडपंप लगाए गए थे। भूगर्भ जलस्तर गिरने से हैंडपंपों ने पानी देना बंद कर दिया है।

भूगर्भ जल का तेजी से हो रहा दोहन

चल रहे सरकारी हैंडपंप- 7,000

पानी खींच रहे- दस करोड़ लीटर

चल रहे सरकारी नलकूप- 150

पानी खींच रहे- दस करोड़ लीटर

निजी सबमर्सिबल पंप- 2,25,000

पानी खींच रहे- 40 करोड़ लीटर

यूं गिर रहा भूगर्भ जलस्तर

स्थान 2018 2019

गंगापुर कालोनी 12.80 14.75

नौबस्ता 14.10 15.09

कल्याणपुर 21.76 23.95

पांडुनगर 28.25 29.58

कंपनी बाग 26.05 27.75

गुजैनी 15.35 16.55

(नोट- सभी आंकड़े मीटर में हैं )

रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दिखावा

पानी बचाने की सरकारी मुहिम केवल दिखावा साबित हो रही है। कुछ ही सरकारी विभागों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे हैं। केडीए को तीन सौ वर्ग गज के भूखंडों में इसकी व्यवस्था करनी है लेकिन वह भी नहीं हो पा रही है। जांच में 298 इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं मिला।

पानी बर्बाद करने वालों की जानकारी मोबाइल पर दें

अब नहीं चेते तो फिर कब चेतेंगे? आइए, पानी बर्बाद करने वालों को बेनकाब करें। जिम्मेदार विभागों के अफसरों को मोबाइल पर जानकारी दें। वाट्सएप पर फोटो खींचकर भेजें।

इस पर करें शिकायत

नगर निगम का कंट्रोल रूम - 0512-2526004-005

जलकल का कंट्रोल रूम - 0512-2549018

नगर आयुक्त कार्यालय - 0512-2541258

जलकल कार्यालय 0512-2548213

वाट्सएप नंबर -8601805555

जलकल के अधिशासी अभियंताओं को करें कॉल

जोन एक- 9235553839

जोन दो- 9235553818

जोन तीन- 9235553826

जोन चार- 9235553821

जोन पांच- 9235553817

जोन छह- 9235553816

जलकल महाप्रबंधक -9235553815

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बेनकाब होंगे पानी के दुश्मन

दैनिक जागरण का 'आधा गिलास पानी' अभियान बेहतर है। इससे पानी की बर्बादी करने वाले बेनकाब होंगे। नगर निगम और जलकल विभाग के कंट्रोल रूम और अफसरों को जनता मोबाइल करके शिकायत करें। कार्रवाई की जाएगी।

प्रमिला पांडेय, महापौर

पानी की बर्बादी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। पानी की बर्बादी और सबमर्सिबल के आवासीय व व्यावसायिक प्रयोग के लिए बाइलाज तैयार किया जा रहा है। मीटर लगाए जाएंगे। कार्यकारिणी में प्रस्ताव रख सदन के माध्यम से पास कराया जाएगा।

- संतोष कुमार शर्मा, नगर आयुक्त

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'दैनिक जागरण' आपके साथ

जल बचाने के अभियान में दैनिक जागरण हर पल आपके साथ खड़ा है, केवल आपको आगे आने की जरूरत है। पानी की बर्बादी करने वालों की फोटो वाट्सएप नंबर 7311192555 पर भेजें। उसे दैनिक जागरण समाचार पत्र में प्रकाशित किया जाएगा।


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