रात भर सड़क पर पड़े तड़पते रहे घायल, बहनोई की मौत और साले की हालत गंभीर
महोबा में हमीरपुर रोड पर सड़क पर पड़े मिट्टी के ढेर से बाइक टकराने से हादसा हो गया साले और बहनोई किशनपुर देवी मंदिर में पुत्र जन्म की मन्नत पूरी होने पर पालना छुआकर लौट रहे थे ।
महोबा, जेएनएन। हमीरपुर रोड पर भरवारा गांव के पास बाइक से गिरकर घायल हुए साले-बहनोई पूरी रात सड़क पर पड़े तड़पते रहे। सुबह तक बहनोई की मौत हो गई, जबकि घायल साले को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया है। पुत्र जन्म पर मन्नत पूरी होने पर मंदिर में पालना छुआकर दोनों देर रात घर लौट रहे थे और सड़क पर खोदाई के बाद लगाए मिट्टी ढेर ने जान ले ली।
जिला हमीरपुर के राठ कोतवाली क्षेत्र गांव बरेल मुस्करा निवासी 35 वर्षीय सुरेंद्र पाल की शादी 13 साल पहले पहरेठा निवासी सावित्री के साथ हुई थी। उसे दो पुत्रियां एक आठ साल की अनुष्का व दूसरी पांच साल की करिश्मा है। पुत्र की चाहत में उसने किशनपुरा गांव के देवी मंदिर में मन्नत मानी थी। एक माह पहले ही उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी। नवरात्र की नवमी पर घर में उत्सव मनाया जा रहा था।
पिता काशीप्रसाद ने बताया कि सुरेंद्र शनिवार की शाम 27 वर्षीय साले कल्लू के साथ बाइक से महोबा के किशनपुरा गांव देवी मंदिर दर्शन करने और पालना छुवाने गया था। रात को दोनों बाइक से गांव लौट रहे थे। भरवारा गांव के पास सहायक परियोजना की खोदाई से निकली मिट्टी के ढेर से बाइक टकरा गई। बाइक सुरेंद्र चला रहा था और वह हेलमेट भी नहीं लगाए।
सड़क पर गिरने से सुरेंद्र और कल्लू गंभीर रूप से घायल हो गए और पूरी रात सड़क पर पड़े तड़पते रहे। सुबह किसी राहगीर की सूचना पर पनवाड़ी थाना पुलिस पहुंची और एंबुलेंस से घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। डॉक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया, जबकि कल्लू की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। इकलौते पुत्र सुरेंद्र की मौत से पिता बेसुध हैं। वह खेती किसानी करके परिवार का भरण पोषण कर रहा था।