सेंट्रल स्टेशन पर एकल प्रवेश व्यवस्था पर फिर माथापच्ची
कालिंदी एक्सप्रेस में विस्फोट की घटना के बाद फिर दोनों ओर से खुले सेंट्रल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, कानपुर :
कालिंदी एक्सप्रेस में विस्फोट की घटना के बाद फिर दोनों ओर से खुले सेंट्रल रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। गुरुवार को जीआरपी ने एकल प्रवेश व्यवस्था पर माथापच्ची की। रिपोर्ट स्टेशन डायरेक्टर को भेजते हुए चोर रास्तों को बंद कराने के लिए कहा गया है।
सेंट्रल स्टेशन की सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा यहां प्रवेश के लिए दर्जन भर रास्ते हैं। जीआरपी ने इन स्थितियों से स्टेशन प्रबंधन को अवगत कराया है और प्रवेश के रास्तों को कम करने को कहा है। जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय के मुताबिक एकल प्रवेश व्यवस्था की कोशिश की जाएगी। अगर संभव नहीं हुआ तो जहां से भी प्रवेश हो, वहां स्कैनर लगाए जाएंगे। कालिंदी में विस्फोट के मामले में सीसीटीवी का रिकार्ड खंगाला गया, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। स्टेशन डायरेक्टर डॉक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि एकल प्रवेश व निकास की व्यवस्था के लिए योजना बनी हुई है। उसको अमल में लाया जाएगा।
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स्टेशन पर 59 कैमरे की नजर
सेंट्रल स्टेशन पर आरपीएफ ने 59 सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे हैं। इन कैमरों से 24 घंटे शरारतीतत्वों पर नजर रखी जाती है, लेकिन ये कैमरे उन स्थानों को पूरा कवर नहीं करते, जहां चोर गेट हैं। समस्या यह भी है कि दर्जन भर कैमरे चालू नहीं हैं।
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पूर्व में हुई घटनाएं
-सेंट्रल स्टेशन पर पांच वर्ष पूर्व प्लेटफार्म नंबर 8 पर बम धमाका हुआ था। जांच में कुछ नहीं मिला।
- एक दशक पूर्व सेंट्रल स्टेशन पर किसी ने गलत पते पर राइफल पार्सल घर में बुक करा दी थी जो सर्तकता के चलते पकड़ गई थी।
- कालका मेल से नक्सली कारतूस का जखीरा लेकर जा रहे थे। सिपाहियों की गश्त देख कारतूस छोड़कर भाग गए।