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उन्नाव कांड : देर रात पहुंचे बिटिया के शव को देख गश खाकर गिरे बूढ़े मां-बाप, हर आंख में थे आंसू

रात नौ बजकर आठ मिनट पर घर पहुंचा शव अंतिम संस्कार को लेकर संशय भारी मात्रा में तैनात था फोर्स।

By AbhishekEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 10:31 PM (IST)Updated: Sun, 08 Dec 2019 07:32 AM (IST)
उन्नाव कांड : देर रात पहुंचे बिटिया के शव को देख गश खाकर गिरे बूढ़े मां-बाप, हर आंख में थे आंसू
उन्नाव कांड : देर रात पहुंचे बिटिया के शव को देख गश खाकर गिरे बूढ़े मां-बाप, हर आंख में थे आंसू

उन्नाव, जेएनएन। रात 9 बजकर 8 मिनट पर दुष्कर्म पीडि़ता का शव दिल्ली से गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। बेटी का शव देख बूढ़े मां-बाप गश खाकर गिर गए। अंतिम संस्कार को लेकर संशय बरकरार था। डीएम परिजनों से बात करने के लिए रात 10 बजे तक गांव में डेरा जमाए थे। हालांकि पिता ने शव आने से पहले रात में अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया था। इससे रात में भी कई थानों का फोर्स गांव में मौजूद रहा।

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रात की खामोशी में सुनाई दे रही थीं सिसकियां

जैसे-जैसे अंधेरा गहरा रहा था, शव आने की प्रतीक्षा कर रहे परिजनों की बेचैनी बढ़ रही थी। एंबुलेंस दरवाजे पहुंचने पर शव निकल कर बाहर रखा गया बेटी का चेहरा देख बूढ़े पिता और मां पछाड़ खाकर गिर गए। बहन भाभी, चाचा-चाची समेत अन्य परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए। गांव मे छायी खामोशी को रात में गूंजी सिसकियां चीरने लगी। किस तरह बूढ़े पिता और मां-बाप को होश आया तो मृतका की सबसे छोटी बहन जो इलाज के समय से साथ थी पिता के गले लिपट कर चीख पड़ी कि पापा हम दीदी को नहीं बचा पाए। यह सुन वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों की आंखें भी नम हो गई। बाद में परिवार और गांव वालों के साथ दोनों मंत्रियों और सपा के नेताओं ने भी फूल श्रद्धांजलि दी।

पैतृक श्मशान में किया जाएगा दफन

पीडि़ता के गांव के पड़ोस के गांव में परिवार की पैतृक जमीन पर दुष्कर्म पीडि़ता के शव को दफनाया जाएगा। पीडि़ता के पिता से बात होने के बाद तहसील प्रशासन के द्वारा अंत्येष्टि स्थल को देखने के साथ परिजनों के साथ कब्र खोदने का स्थान चिह्नित किया गया। डीएम देवेंद्र पांडेय शव आने के बाद भी गांव में डेरा जमाए थे। उनका कहना था कि अभी कुछ देर बाद पिता से बात की जाएगी अगर वह चाहेंगे तो रात में अन्यथा सुबह अंतिम संस्कार कराया जाएगा।

एंबुलेंस को रास्ता दिलाने में प्रशासन का छूटा पसीना

जिले की सीमा में प्रवेश करने के बाद पीडि़ता का शव लेकर एंबुलेंस ने करीब 120 किमी का सफर तीन घंटे में पूरा किया। एंबुलेंस को रास्ता दिलाने में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का पसीना छूट गया। जिस थानाक्षेत्र से एंबुलेंस पार होती रही वहां की पुलिस ने राहत की सांस ली।

कब और कितने समय कहां से पार हुई एंबुलेंस

6:03 बजे - बांगरमऊ में एक्सप्रेस-वे से सीमा में प्रवेश

6:35 बजे - बांगरमऊ से मियांगज के रास्ते भेजा गया

6:55 बजे - मियागंज रोड होते हुए चकलवंशी पहुंची

7:31 बजे - उन्नाव शहर की सीमा से पार एंबुलेस

7:55 बजे - अचलगंज थानाक्षेत्र से एंबुलेंस निकली

8:25 बजे - बीघापुर थानाक्षेत्र से पार की एंबुलेंस

9:08 बजे - शव लेकर पीडि़ता के गांव पहुंची एंबुलेस  


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