पहले से थी रंजिश, पटाखा छुड़ाने का विरोध किया तो मारपीट में वृद्ध की मौत
कानपुर देहात के टिपटिया गांव में दो परिवारों के बीच लाठी-डंडे व कुल्हाड़ी चली। पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया।
कानपुर(जेएनएन)। दो परिवारों के बीच रंजिश तो पहले से चली आ रही थी कि लेकिन दिवाली की शाम पटाखा छुड़ाने से मना करना एक पक्ष को नागवार गुजरा और विवाद मारपीट में बदल गया। एक पक्ष की ओर से दूसरे पक्ष के वृद्ध को इस कदर पीट दिया गया कि उनकी मौत हो गई। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है। पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की है।
कानपुर देहात के टिपटिया गांव में सोनेलाल (75) और गोरेलाल के बीच शौचालय बनवाने की जगह को लेकर पहले से रंजिश चली आ रही थी। दिवाली पर पटाखा छुड़ाने से मना करने पर दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और लाठियां, ईट पत्थर व कुल्हाडिय़ां चलने लगीं। मारपीट में सोनेलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन उन्हें सीएचसी ले गए, जहां पर उनकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की।
पुलिस ने हमलावर रहे गोरेलाल और उनके पुत्रों दीपक, सूरज, कुलदीप तथा दिनेश पुत्र रतीराम, उत्कर्ष पुत्र श्रवण कुमार, सिपाही लाल पुत्र सूबेदार व कमलेश पुत्र सियाराम को हिरासत में लिया है। थानाध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने बताया की मौके पर चौकी इंचार्ज अरुण द्विवेदी को भेज कर पड़ताल कराई जा रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। मारपीट में गोरेलाल की पत्नी संतोषी व पुत्र कुलदीप भी घायल हुए हैं। संतोषी का सिर फटने से आक्रोशित परिजनों ने सोनेलाल पर कुल्हाड़ी या लाठी से हमला कर दिया।