हमीरपुर में वृद्धा की गला रेतकर हत्या, मायके में ही रहती थीं अकेले
पिता के दिए दो बीघा खेत व बकरी पालन से करती थीं गुजर-बसर पर्दाफाश को बनाई गईं तीन टीमें।
हमीरपुर, जेएनएन। बिवांर कस्बा में सोमवार रात घर में अकेली वृद्धा की गला रेतकर हत्या कर दी गई। सूचना पर पहुंचे एएसपी, डॉग स्क्वॉड व फारेंसिक टीम ने जांच पड़ताल की। मृतका के चचेरे भतीजे की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हत्या का पर्दाफाश करने को तीन टीमें गठित की गई हैं।
बिवांर के केसरपुरा मोहल्ला स्थित अपने मायके में 60 वर्षीय रामसखी अकेली ही रहती थीं। मंगलवार सुबह उनके चचेरे भतीजे बाबूलाल की पत्नी मालती घर गईं तो खून से लथपथ उनका शव पड़ा देखा। बाबूलाल ने पुलिस को सूचना दी, तो एएसपी संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों के अनुसार पति के विक्षिप्त होने के कारण रामसखी करीब 30 वर्षों से अपने मायके में रह रही थीं। उनके पिता किसना के पांच बेटियां थीं, जिसमें रामसखी चौथे नंबर की थी। किसना के नाम 14 बीघे खेत थे, जिसमें से दो बीघे उसने रामसखी को जीवन यापन को दिए थे, शेष 12 बीघे खेत अपने भतीजों को दे दिए थे। माता पिता की मौत के बाद रामसखी घर में अकेली रहकर बकरी पालन व खेती से अपना गुजर बसर करती थीं। एएसपी संतोष कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि धारदार हथियार से वृद्धा की हत्या की गई है। जल्द पर्दाफाश करने को तीन टीमें बनाई गई हैं। स्वजन व करीबियों से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द ही हत्यारे को पकड़ लिया जाएगा।
स्वजन के घर के बीच स्थित है मृतका का आवास
मृतका के घर के चारों ओर रिश्तेदारों व स्वजनों के मकान हैं। ऐसे में वहां किसी बाहरी के घुसने की गुजाइश न के बराबर है। हालांकि वृद्धा का शव उसके घर के अंदर बने छप्पर के नीचे मिला। वहां आने जाने का दरवाजा भी खुला था। जांच को पहुंचा डॉग स्क्वाड घटना स्थल से बाहर निकलने के बाद करीब 30 से 30 मीटर की दूरी पर पहुंचकर भ्रमित हो गया और आगे नहीं गया। जांच पड़ताल में पुलिस की सुई मृतका के करीबियों के इर्द गिर्द घूम रही है।
कुल्हाड़ी व एक बकरी गायब
परिजनों के अनुसार मृतका अपने पास कुल्हाड़ी रखकर सोती थी ताकि कीड़े मकोड़ों से उसकी बकरियां सुरक्षित रहेेें। घटना के बाद वह कुल्हाड़ी व उसकी एक बकरी गायब है।