न्याय के लिए भटक रही बुजुर्ग महिला बोली, पुलिस ने मनमर्जी से दर्ज कर लिए मेरे बयान
जूही लाल कॉलोनी की छेदाना के मुताबिक 9 अक्टूबर 2020 को बेटी मोना के दोस्तों ने उसे घर बुलाया और जहर खिला दिया। नौबस्ता पुलिस ने दस दिन बाद मुकदमा तो लिखा लेकिन धाराओं में खेल कर दिया। तीन माह से कोई कार्रवाई नहीं होने से महिला परेशान है।
कानपुर, जेएनएन। बेटी के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए बुजुर्ग महिला दर-दर भटक रही है। पुलिस के आलाधिकारियों से मिलकर बताया कि पुलिस ने मनमर्जी से मेरे बयान दर्ज कर लिए। जिस पर एसएसपी ने जांच दूसरे थाने से कराने की बात कही है।
किदवई नगर के जूही लाल कॉलोनी निवासिनी छेदाना के मुताबिक 9 अक्टूबर 2020 को बेटी मोना के दोस्तों ने उसे घर बुलाया और जहर खिला दिया। नौबस्ता पुलिस ने दस दिन बाद 19 अक्टूबर को मुकदमा दर्ज तो किया लेकिन आत्महत्या में। घटना को तीन माह बीत चुके हैं लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अधिवक्ता रिजवान हैदर रिजवी और विकास श्रीवास्तव ने बताया कि छेदाना तीन महीने से लगातार थाना चौकी के चक्कर लगा रही है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बुधवार को प्रार्थना पत्र लेकर वह एसएसपी से मिलने पहुंची थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी ने घटना की जांच दूसरे थाने से कराने का आश्वासन दिया है।
अधिवक्ता विकास ने बताया कि पुलिस ने भले ही आत्महत्या में मुदकमा दर्ज किया है लेकिन मेडिकल रिपोर्ट और अन्य साक्ष्य हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं।
दूसरे थाने से जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी जिसके बाद ही इस मामले में कोई विधिक कार्यवाही की जा सकेगी।