कानपुर: मस्जिदों से उतारे लाउडस्पीकर थानों में जमा कराने का विरोध, कमिश्नर से मिला अल्पसंख्यक बोर्ड
Kanpur News कानपुर की मस्जिदों से लगभग 700 से अधिक लाउडस्पीकर हैँ। जिनको उतारने की कार्रवाई कर रही है। इसी के विरोध में अल्पसंख्यक बोर्ड के सदस्य कमिश्नर से मिले और कार्रवाई को रोकने की मांगी की है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। मस्जिदों के लाउडस्पीकरों को पुलिस थानों में जमा कराने पर अखिल भारतीय अल्पसंख्यक बोर्ड ने आपत्ति जताई है। गुरुवार को अल्पसंख्यक बोर्ड का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीना से मिला।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि बर्रा की हरी मस्जिद से उतारे गए लाउडस्पीकरों को पुलिस मांग रही थी। मसवानपुर में स्थित एक मस्जिद में पुलिस लाउडस्पीकर उतरवाने पहुंच गई। शारदा नगर में भी ऐसी ही घटना हुई। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मस्जिदों में तय मानक के अनुसार ही अजान दी जा रही है। इसके बावजूद उनको उतरवाया जा रहा है। हाजी मोहम्मद सलीस ने बताया कि मस्जिदों से उतारे गए 700 से अधिक लाउडस्पीकर हैं जिन्हें स्कूलों में दान देने के लिए मांगा जा रहा है। लाउडस्पीकर उतरवाने तथा उनको थाने में जमा कराने की कार्रवाई से रोका जाए। प्रतिनिधिमंडल में हाजी मोहम्मद सलीस, पादरी डायमंड यूसुफ, सरदार नीतू सिंह आदि रहे। वहीं दूसरी तरफ शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही की अध्यक्षता में रजबी रोड स्थित मदरसा अहसनुल मदारिस जदीद में बैठक हुई।
इस दौरान शहरकाजी ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार लाउडस्पीकर की आवाज रखें। अगर इसके बावजूद पुलिस परेशान कर रही है तो उनसे संपर्क करें। बैठक में नायब शहरकाजी कारी सगीर आलम हबीबी, मुफ्ती रफी अहमद निजामी, महबूब आलम खान, हाफिज ताहिर नय्यर साबरी आदि रहे।