UP में काेरोना वैक्सीन की डबल डोज देने के मामले की जांच पूरी, एनएनएम पाई गईं लापरवाही की दोषी
Twice Corona Vaccination in UP महिला ने लगाया था आरोप फोन पर बात करने के चक्कर में एएनएम ने दोबारा लगाई वैक्सीन। रूरा के मड़ौली पीएचसी की घटना जांच कराई गई तो एएनएम मिली लापरवाही की दोषी। ज्यादा मात्रा में डोज लगने से एंटीबॉडीज में कमी आ सकती है।
कानपुर देहात, जेएनएन। Twice Corona Vaccination In UP रूरा के मड़ौली पीएचसी में महिला को दो बार वैक्सीन लगाने के आरोपों की जांच पूरी हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार सिर्फ निडिल चुभी थी। आरोप लगाने वाली महिला ने भी यह बात स्वीकार की है, हालांकि पहले उन्होंने कहा था कि फोन पर बात करने के चक्कर में एएनएम ने दो बार वैक्सीन लगा दी। उधर, जांच रिपोर्ट में एएनएम को फोन पर बात करने व लापरवाही का दोषी पाया गया है। रिपोर्ट सीएमओ को भेज दी गई है।
एक मार्च को मड़ौली निवासी कमलेश देवी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन लगवाने गई थीं। उनका आरोप था कि फोन पर बात करने में व्यस्त एएनएम अर्चना ने दो बार वैक्सीन लगा दी थी। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई, जिसमें डॉ. शिवम तिवारी, डॉ. दीक्षांत और डॉ. राजीव त्रिपाठी शामिल किए गए। जांच में एएनएम व कमलेश देवी के बयान दर्ज हुए। एएनएम अर्चना वैक्सीनेशन के दौरान फोन पर बात करने व दोबारा निडिल चुभो देने की दोषी पाई गईं। आरोप लगाने वाली कमलेश देवी ने भी स्वीकार किया कि दोबारा केवल सुई चुभी थी, दवा अंदर नहीं गई थी। हम यही चाहते हैं कि इस तरह किसी दूसरे के साथ न हो।
सीएचसी अकबरपुर चिकित्साधिकारी डॉ. आइएच खान ने बताया कि जांच में पता चला है कि दोबारा वैक्सीन नहीं लगी, केवल निडिल चुभी थी। एएनएम की लापरवाही है। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सीएमओ को भेज दी गई है।
15 मई को मिली दूसरी तारीख: कमलेश देवी को कोविशील्ड की वैक्सीन लगी थी। उनके कार्ड पर दोबारा वैक्सीनेशन के लिए 15 मई की तारीख दी गई है।
ज्यादा डोज से घट सकती हैं एंटीबॉडीज: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रो. जेएस कुश्वाहा ने बताया कि दो बार डोज लेना सही नहीं है। हालांकि इससे किसी तरह की कोई गंभीर समस्या नहीं होती है। केवल हल्का बुखार आ सकता है। ज्यादा मात्रा में डोज लगने से एंटीबॉडीज के फीसद में कमी आ सकती है।