अब रोज बर्बाद नहीं होगा 75 हजार लीटर पानी
शहर में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए दैनिक जागरण के जल बचाओ कल बचाओ अभियान का असर देखने को मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए दैनिक जागरण के 'जल बचाओ कल बचाओ' अभियान का असर देखने को मिल रहा है। जलकल की टीम शहरवासियों द्वारा बताए जा रहे लीकेजों को ठीक कर हजारों लीटर पानी को बर्बाद होने से बचाने में जुट गई है।
अपने अभियान में जागरण ने जल संरक्षण के लिए न सिर्फ खत्म होते जल स्रोतों का मुद्दा उठाया बल्कि जलकल की लाइन के लीकेज का मसला भी गंभीरता से लिया, जिनसे हजारों लीटर पानी प्रतिदिन बर्बाद हो रहा है। एक तरफ तालाबों की खोदाई और संरक्षण के प्रयास शुरू हो गए हैं, दूसरी ओर जलकल ने लीकेज बंद करना शुरू कर दिया है। मसलन, विकास नगर क्षेत्र में कई दिनों से लीकेज के कारण लाखों लीटर पानी नाली में बह रहा था। जलकल सचिव आरबी राजपूत ने टीम को भेजकर लीकेज को ठीक कराया। पिछले 28 दिनों से चल रहे लीकेज के कारण लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा था, जिसके ठीक होने से लगभग 800 लोगों की प्यास बुझेगी। रावतपुर, सर्वोदय नगर, ख्यौरा में अभियान के तहत हैंडपंपों को ठीक कराया गया। अभियान से जुड़कर शहर के कई क्षेत्रों के लोगों ने अपने क्षेत्रों में हो रही जल बर्बादी को रोकने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर गंभीर केडीए
जल संरक्षण की इस मुहिम के साथ कानपुर विकास प्राधिकरण भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग के प्रति गंभीर हो गया है। केडीए उपाध्यक्ष सौम्या अग्रवाल ने बताया कि शताब्दी नगर में बन रहे 15 हजार फ्लैट सहित सभी निर्माणाधीन योजनाओं में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा दो साल में तीन सौ वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल के जितने भी आवास बने हैं, उन सभी की जांच कराई जाएगी। जहां भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं होगा, उन भवन स्वामियों पर कार्रवाई कर यह व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।