Move to Jagran APP

जागा नगर निगम, अब शहर से खत्म होगा आवारा कुत्तों का आतंक

फरवरी से कुत्तों को पकड़कर किया जाएगा बंध्याकरण, दो साल बाद कंपनी हुई फाइनल।

By Edited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 01:12 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 10:58 AM (IST)
जागा नगर निगम, अब शहर से खत्म होगा आवारा कुत्तों का आतंक
जागा नगर निगम, अब शहर से खत्म होगा आवारा कुत्तों का आतंक
 कानपुर,जागरण संवाददाता। सड़क पर धमाचौकड़ी मचा रहे गोवंश से छुटकारा दिलाने के साथ ही अब नगर निगम का अमला शहरवासियों को कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने जा रहा है। दो साल बाद कुत्तों को पकड़ने और बंध्याकरण करने के लिए कंपनी फाइनल हो गई है। फरवरी माह से कुत्तों को पकड़ने और बंध्याकरण का काम शुरू कर देगी।
नौ सौ रुपये में एक कुत्ते का बंध्याकरण
दो साल से कंपनी न तय हो पाने के कारण कुत्तों का बंध्याकरण रुका पड़ा है। नौ सौ रुपये में कुत्ता पकड़ने और बंध्याकरण करने को कानपुर की कंपनी सामाजोत्थान सेवा समिति तय हो गई है। इसके पहले तीन सौ कुत्तों का बंध्याकरण किया गया था, तब छह सौ रुपये प्रति कुत्ते के हिसाब से धन लिया गया था।
अस्पताल निर्माण के कारण रुका काम
फूलबाग में बालभवन के बगल में स्थित कांजी हाउस को कुत्तों के बंध्याकरण का अस्पताल बनाया गया है। इसका विस्तार किया जा रहा है। यहां दस कुत्तों का रोज बंध्याकरण होगा। 50 कुत्तों के रखने की व्यवस्था की जा रही है। फरवरी माह में अस्पताल तैयार हो जाएगा। सवा लाख कुत्ते बने मुसीबत शहर में करीब सवा लाख कुत्ते हैं। इनका मरियमपुर, दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, गुमटी नंबर पांच, गांधीनगर, परमट, सिविल लाइंस, तिलक नगर, आर्यनगर, स्वरूप नगर, पांडुनगर, श्याम नगर समेत कई इलाकों में आतंक है। इस संबंध में नगर निगम के पशु चिकित्साधिकारी डा. एके सिंह ने बताया कि कुत्तों के पकड़ने के लिए कंपनी फाइनल हो गई है। अस्पताल के निर्माण के चलते अभी काम रुका है, जल्द ही बंध्याकरण शुरू हो जाएगा।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.