AICTI ने तैयार की रूपरेखा, प्रदेश के सभी 700 तकनीकी कॉलेजों में अब होगी ऑनलाइन पढ़ाई Kanpur News
मूक कोर्स से छात्र की बीटेक डिग्री की वैल्यू बढ़ जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। प्रदेश के तकनीकी कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन ऑनलाइन किए जाने के बाद अब उनकी पढ़ाई भी ऑनलाइन होगी। उन्हें प्रति वर्ष अपनी पढ़ाई का कुछ हिस्सा मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (मूक कोर्स) के जरिए पूरा करना होगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) कानपुर ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है। इस रूपरेखा पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) कॉलेजों को निर्देश देने की तैयारी कर रहा है। सत्र 2020-21 से प्रदेश में संचालित सभी सात सौ तकनीकी कॉलेज के स्टूडेंट ऑनलाइन पढ़ाई करने के साथ उसकी परीक्षा भी देंगे।
सेमेस्टर में मूक कोर्स का एक विषय जरूरी
छात्रों को इंडस्ट्री में काम करने के बदलते तरीकों से रूबरू कराने के लिए उनसे संबधित कोर्स भी तकनीकी कॉलेजों के पाठ्यक्रम में शामिल किए जा रहे हैं, जिससे डिग्री मिलने के बाद वह कंपनियों के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें। इसकी शुरुआत बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्रों के साथ हो चुकी है। इन छात्रों के लिए मूक कोर्स के तहत एक विषय की पढ़ाई करना व उसकी परीक्षा देना अनिवार्य कर दिया गया है। यह परीक्षा पास करना भी जरूरी है। इसे ऑडिट कोर्स के तहत बीटेक में शामिल किया गया है। इसके अलावा बीटेक ऑनर्स के लिए चार वर्ष के डिग्री कोर्स के सभी सेमेस्टर में मूक कोर्स का एक विषय पढऩा जरूरी होगा।
थोड़ी मेहनत से ऑनर्स की डिग्री
आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड के डीन एकेडमिक डॉ. ओम हरि ने बताया कि अगर छात्र जरा सी मेहनत करता है तो अब उसे ऑनर्स डिग्री मिल सकती है। मूक कोर्स ने उन्हें यह सहूलियत दी है। इससे उनकी बीटेक डिग्री की वैल्यू बढ़ जाती है। अभी तक कुछ चुनिंदा विश्वविद्यालयों में ही बीटेक ऑनर्स है। अब प्रदेश के सरकारी से लेकर प्राइवेट तकनीकी संस्थान के छात्रों को यह सुविधा मिल सकती है।
अंतिम वर्ष के छात्र कर सकते हैं मूक कोर्स की पढ़ाई
हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. मनोज शुक्ला ने बताया कि बीटेक, एमटेक व पीएचडी अंतिम वर्ष के छात्र मनचाहे विषयों की पढ़ाई मूक कोर्स के जरिए कर सकते हैं। इसकी उन्हें छूट दी गई है। यह नियम कार्यपरिषद से पास भी हो गया है। इन छात्रों को इन विषयों के अलावा उनकी पढ़ाई में शामिल सभी विषय पास करने होंगे।