अब बाहर जाने की जरूरत नहीं, एलएलआर अस्पताल में होगा मोटापा कम करने का ऑपरेशन
प्रदेश के किसी मेडिकल कालेज में पहली बार दी जा रही ये सुविधा, शासन से बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए 2.5 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए।
कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध एलएलआर अस्पताल (हैलट) में अगले महीने से मोटापा कम करने के लिए ऑपरेशन शुरू हो जाएगा। यह सुविधा प्रदेश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में पहली बार आरंभ हो रही है। शासन से बेरिएट्रिक सर्जरी के लिए 2.5 करोड़ रुपये स्वीकृत हो गए हैं। जल्द ही उनसे उपकरण खरीदे जाएंगे। हालांकि दो साल पहले यहां इस तरह के आपरेशन हो चुके हैं।
प्रमुख सचिव, डीजीएमई ने दी स्वीकृति
प्रमुख सचिव और डीजीएमई गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी, एसआइसी प्रो. आरके मौर्या, सर्जरी एचओडी डॉ. संजय काला, डॉ. प्रशांत त्रिपाठी व अन्य डॉक्टरों से इसको लेकर बात की। उन्होंने अस्पताल के कार्यों और प्रस्तावों की समीक्षा भी की। बेरिएट्रिक सर्जरी और लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के बजट के लिए स्वीकृति दी।
ऑक्सीजन प्लांट का लाइसेंस मिला
एलएलआर अस्पताल में बाल रोग चिकित्सालय और न्यूरो साइंस सेंटर के पास बन रहे लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के लिए लाइसेंस मिल गया है। जल्द ही इमरजेंसी, जेके कैंसर संस्थान और कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट को भी लाइसेंस मिल जाएगा।
सस्ती होगी बेरिएट्रिक सर्जरी
एलएलआर अस्पताल में बेरिएट्रिक सर्जरी काफी सस्ती होगी। इसके लिए ऑपरेशन थियेटर और अन्य उपकरणों को अपग्रेड किया जाएगा। कई नए उपकरण खरीदे जाएंगे।
दो साल पहले 19 मरीजों की हुई थी सर्जरी
डॉ. संजय काला के मुताबिक दो साल पहले 19 लोगों की बेरिएट्रिक सर्जरी हुई थी। यह सुविधा बजट के चक्कर में लटक गई। उनकी वजह से उपकरण नहीं खरीदे जा सके।
क्या बोलीं प्राचार्य
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लाल चंदानी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का लाइसेंस मिल गया है। बेरिएट्रिक सर्जरी की स्वीकृति हो गई है। यह दोनों सुविधाएं सबसे पहले इसी मेडिकल कॉलेज को ही मिली हैं।