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एचडीएफसी गोल्ड लोन घोटाला : सीओ की जांच रिपोर्ट पर अब दर्ज होगा मुकदमा

नकली जेवर रखवाकर कई करोड़ रुपये का लोन दिलाने का मामला, पत्नी के खाते में कमीशन की रकम लेता था बैंक मैनेजर।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 06:40 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 06:40 PM (IST)
एचडीएफसी गोल्ड लोन घोटाला : सीओ की जांच रिपोर्ट पर अब दर्ज होगा मुकदमा
एचडीएफसी गोल्ड लोन घोटाला : सीओ की जांच रिपोर्ट पर अब दर्ज होगा मुकदमा

कानपुर,जेएनएन। एचडीएफसी गोल्ड लोन घोटाले में सीओ की जांच रिपोर्ट आने के बाद अब मुकदमा दर्ज करने की प्रकिया शुरू हो गई है। आरोपित बैंक मैनेजर ने नकली जेवर रखवाकर कई करोड़ रुपये का लोन दिलवाया, इसमें रिश्तेदारों का भी कनेक्शन सामने आ रहा है। वहीं बैंक मैनेजर द्वारा पत्नी के खाते में लोन दिलाने के लिए कमीशन लेने की भी पुष्टि हुई है। 

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इस तरह किया गया घोटाला

लखनऊ में देवनगर कॉलोनी सेक्टर आठ, इंदिरा नगर निवासी पारस पंत एचडीएफसी बैंक की गोविंद नगर शाखा में गोल्ड लोन अफसर थे। बैंक ने फिलहाल उन्हें निलंबित कर दिया है। पारस ने रविंद्र कुमार गुप्ता को 4.45 लाख, अमन कुमार को 9.85 लाख, ज्योति तिवारी 9.45 लाख रुपये का गोल्ड लोन नकली जेवर रखकर दिया था। ये लोन 24 अगस्त 2018 से छह नवंबर 2018 के बीच दिए गए। गोविंद नगर से ही बैंक अधिकारियों को गोल्ड लोन में गड़बड़ी के संकेत मिले। जांच हुई तो इन तीनों के जेवर नकली मिले। बैंक अधिकारियों के मुताबिक जबतक गोल्ड लोन ऑफिसर और वैल्युअर आपस में न मिलें तब तक जेवर रखकर लोन नहीं लिया जा सकता। इसलिए सीधा शक पारस पंत और वैल्युअर हाजी गुलाम शब्बीर, अरमान अहमद पर था। जांच के दौरान ये लोग ठीक से जवाब नहीं दे सके।

लोन के बाद पैसा पत्नी के खाते में ट्रांसफर

बैंक ने ज्योति तिवारी और अमन कुमार के खाते चेक किए तो उन्हें चौंकाने वाला तथ्य मिला। पारस पंत ने 27 सितंबर को ज्योति तिवारी को 9.45 लाख रुपये का गोल्ड लोन दिया था। इसके दो दिन बाद 29 सितंबर को ज्योति के खाते से पारस पंत की पत्नी प्राची मिश्रा के खाते में 4.4 लाख रुपये ट्रांसफर हुए। इसी तरह अमन कुमार को छह नवंबर को 9.85 लाख रुपये का लोन जारी किया गया। अमन ने उसी दिन पारस की पत्नी के खाते में आठ लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बैंक अधिकारियों को मानना है कि पारस ने अमन को आगे कर खुद यह धन निकाला। इसमें शामिल होने के लिए कुछ राशि अमन को दी गई।

किस्तें न जमा करने से खुला घोटाला

एचडीएफसी का घोटाला लोन लेने वाले एक व्यक्ति द्वारा किस्तें न जमा करने पर खुला था। लगातार किस्तें न जमा होने पर बैंक अधिकारियों ने संदेह के आधार पर जब जांच कराई तो जेवर नकली निकले थे।

सीओ ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी

गोल्ड लोन घोटाले के मामले में सीओ कोतवाली ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी। सीओ कोतवाली अजय कुमार ने रिपोर्ट में मुकदमे की संस्तुति की है। सीओ गोविंदनगर आरके चतुर्वेदी ने बताया कि सोमवार को कुछ और व्यक्तियों के बयान होंगे। इसके बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।

पांच खाताधारक नहीं मिल रहे

बैंक को अभी पांच खाताधारक नहीं मिल पा रहे हैं। अब तक बैंक 30 खाताधारकों से बात कर चुका है। अधिकारियों के अनुसार करीब सवा दो करोड़ रुपये के गलत लोन की बात सामने आई है।


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