आइपीएस खुदकशी मामला : एसपी पश्चिम की जांच में परिजनों को क्लीनचिट
सहकर्मियों के बयान, ई-मेल व वाट्सएप चैटिंग आदि की जांच में कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया कि पत्नी व परिजन को आत्महत्या का कारण माना जाए।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। कानपुर में एसपी पूर्वी पद पर तैनात रहे आइपीएस सुरेंद्र दास की आत्महत्या की वजह उनकी अपनी सोच व खुद की बनाई परिस्थितियां थी। इसके चलते उन्होंने जहरीला पदार्थ खाने जैसा आत्मघाती कदम उठाया। सुसाइड नोट से लेकर उनके भाई-मां और पत्नी-ससुर के साथ करीबियों के बयान के आधार पर जांच अधिकारी एसपी पश्चिम संजीव सुमन इस नतीजे पर पहुंचे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में परिजन को क्लीनचिट दे दी है।
उन्होंने बताया कि आइपीएस सुरेंद्र दास के लिखे सुसाइड नोट, पत्नी डॉ.रवीना, मां इंदु व भाई नरेंद्र के बयान के साथ ही दोनों के परिजन (रवीना व सुरेंद्र), कानपुर, सहारनपुर व अंबेडकरनगर में तैनात रहे सहकर्मियों के बयान, ई-मेल व वाट्सएप चैटिंग आदि से बिंदुवार तथ्यों को जुटाया गया। अभी तक की जांच में कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया जिससे सुरेंद्र या रवीना समेत उनके परिजन को सुसाइड का कारण माना जाए। सोमवार को डॉ. रवीना और मंगलवार को सुरेंद्र की मां इंदूदेवी व भाई नरेंद्र को बुलाकर फिर से सभी तथ्यों पर बात हुई। इसके बाद उन्हें जांच किस दिशा में जा रही है, उससे अवगत करा दिया गया। जल्द ही जांच रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी जाएगी।
सरकारी आवास में खाया था जहर
बीती पांच सितंबर को तड़के सरकारी आवास में आइपीएस सुरेंद्र दास ने सल्फास खा ली थी। हालत बिगडऩे पर पत्नी डॉ.रवीना ने अधिकारियों को सूचना देकर स्टाफ व कैंट पुलिस की मदद से उर्सला में भर्ती कराया था। जहां से उन्हें रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां नौ सितंबर को उन्होंने दम तोड़ दिया। उसके बाद भाई नरेंद्र ने सुरेंद्र दास की पत्नी व उनके परिजन को इसका दोषी ठहराया था। वहीं ससुराल वालों ने उनके परिजनों को इसका जिम्मेदार ठहराया था।