Night Curfew In Kanpur: समय से पहले ही एक्शन मोड में आ गई थी पुलिस, आधे घंटे में छाया सन्नाटा
Night Curfew In Kanpur रात में गुलजार रहने वाले सेंट्रल स्टेशन के बाहर इक्का दुक्का यात्री ही नजर आए। हालांकि रात 11 बजे के बाद बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन के बाहर कई यात्री गंतव्य तक जाने के लिए वाहन का इंतजाम करते दिखाई दिए।
कानपुर, जेएनएन। Night Curfew In Kanpur रात्रिकालीन कर्फ्यू में गुरुवार को पुलिस की सख्ती दिखाई दी। कर्फ्यू रात दस बजे से लागू होना था, मगर पुलिस ने पंद्रह मिनट पहले ही मोर्चा संभाल लिया। दूसरा दिन होने की वजह से सड़क पर मिले लोगों को रात के समय घर पर रहने का अनुरोध करके छोड़ दिया गया। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार से नियम तोडऩे वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
महज आधे घंटे में सड़क हुईं सुनसान: पुलिस ने रात पौने दस बजे से ही पहले दुकानों को बंद कराना शुरू कर दिया। देखते ही दुकानों के शटर गिरने लगे। दुकानें बंद होते ही आम लोगों का आवागमन भी कम होता गया। सड़क किनारे स्थित छोटे होटल, रेस्टोरेंट और चाय की दुकानें पुलिस ने सख्ती के साथ बंद करा दीं। दस बजे तक कर्फ्यू जैसा नजारा दिखाई पडऩे लगा। अगले आधे घंटे में सड़कें सुनसान हो गईं। जेके मंदिर से नजीराबाद होते हुए कोकाकोला क्रासिंग तक इक्का-दुक्का लोग ही सड़क पर दिखे। कोकाकोला क्रासिंग पर पुलिस टीम ने नाकेबंदी की हुई थी और हर जाने जाने वाले को रोककर उन्हें कफ्र्यू के बारे में जानकारी दी जा रही थी। जरीब चौकी से टाटमिल तक आम दिनों में मिलने वाला यातायात शून्य था। गिने चुने वाहन ही सड़क पर थे। रात में गुलजार रहने वाले सेंट्रल स्टेशन के बाहर इक्का दुक्का यात्री ही नजर आए।
हालांकि रात 11 बजे के बाद बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन के बाहर कई यात्री गंतव्य तक जाने के लिए वाहन का इंतजाम करते दिखाई दिए। कल्याणपुर निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि वह दिल्ली से आए हैं। काफी देर तक वह झकरकटी बस स्टैंड के बाहर वाहन का इंतजार करते रहे। जब कोई नहीं मिला तो एक मोटर साइकिल सवार से मदद मांगकर गंतव्य की ओर रवाना हुए।
इससे पहले पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने रात को थानेदारों के साथ आॅनलाइन बैठक की और उन्हें कोविड प्रोटोकाल के नियमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड नियमों को न मानने वालों के खिलाफ पुलिस शुक्रवार से कठोर कार्रवाई करेगी।