Night Curfew Impact in Kanpur: चकरपुर मंडी में पैदा हुआ हरी सब्जियों का संकट, आवक न होने कारोबारी चिंतित
Night Curfew Impact in Kanpur कारोबारी अनवर के मुताबिक हरी सब्जियों की बिक्री का कार्य सुबह पांच बजे होना चाहिए जिसकी वजह से किसान भी आ सके। कारोबारी जंग बहादुर के अनुसार तरबूज व खरबूज अच्छी मात्रा में अब तक आने लगता है
कानपुर, जेएनएन। Night Curfew Impact in Kanpur रात के कर्फ्यू ने चकरपुर मंडी में हरी सब्जियों का संकट पैदा कर दिया है। रात आठ बजे से रोज ही कर्फ्यू लग जाता है और यही समय चकरपुर में हरी सब्जियों की बिक्री का होता है। कर्फ्यू की वजह से फर्रुखाबाद, कन्नौज, बिल्हौर, घाटमपुर, गंगा पार उन्नाव से हरी सब्जियों की आवक नहीं हो पा रही है। परेशान किसान अब सुबह-सुबह सीधे जीटी रोड, हमीरपुर रोड और कालपी रोड पर अपनी सब्जियों को लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं। हालांकि इसका असर किसानों पर यह भी पड़ रहा है कि वे चकरपुर मंडी जितनी सब्जी इन छोटी मंडियों में नहीं बेच पा रहे हैं।
कानपुर में रात का लगने के बाद से किसान हरी सब्जियां लेकर यहां नहीं आ पा रहे हैं। इसकी वजह से चकरपुर सब्जी मंडी में भिंडी, करेला, तरोई, लौकी, टमाटर, धनिया, मूली, खीरा, ककड़ी चकरपुर मंडी में नहीं आ रही हैं। किसान सीधे बिल्हौर, चौबेपुर, कल्याणपुर, रावतपुर, रामादेवी जैसी सब्जी मंडियों में सब्जी लेकर पहुंच रहे हैं। इसके अलावा विजय नगर, 13 ब्लाक गोविंद नगर, हंसपुरम जैसी बाजारों में भी सुबह-सुबह खुद किसान सब्जी लेकर पहुंच जाते हैं। चकरपुर सब्जी मंडी के हरी सब्जी के थोक कारोबारी कीर्ति गुप्ता के मुताबिक किसान जितना माल चकरपुर सब्जी मंडी में लाते हैं, उतना माल छोटी मंडियों में नहीं बेच पाएंगे। इसकी वजह से उनके माल की बिक्री कम होगी। कारोबारी अनवर के मुताबिक हरी सब्जियों की बिक्री का कार्य सुबह पांच बजे होना चाहिए जिसकी वजह से किसान भी आ सके। कारोबारी जंग बहादुर के अनुसार तरबूज व खरबूज अच्छी मात्रा में अब तक आने लगता है लेकिन इसकी वजह से बाजार में बहुत कम तरबूज, खरबूज आ पा रहे हैं।