साक्षात्कार खत्म होने से नए उद्योग लगाने में आई तेजी, जनवरी से अबतक 200 नए आवेदन
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होने और साक्षात्कार खत्म होने से उद्यम के लिए राह और आसान हो गई है। जनवरी से लेकर अबतक उद्योग लगाने को आए दो सौ आवेदन फार्मों का स्क्रीनिंग के आधार पर चयन किया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। देश को प्रगति के पथ पर ले जाने के लिए उद्योगों को प्राथमिकता पर रखा जा रहा है। इसके लिए न तो उद्योग निदेशालय जाने की जरूरत है और न ही अपनी बारी का इंतजार करने की। कोरोनाकाल में आवेदन करने की प्रक्रिया ऑनलाइन होने के बाद नए उद्यमियों के लिए आवेदन से लेकर उद्योग के लिए ऋण मिलने का रास्ता बहुत सरल हो गया है। पहले जहां साल में दो से तीन बार आवेदन करने का अवसर मिलता था वह अब पूरे साल मिलने लगा है।
जनवरी से लेकर अब तक 200 से अधिक युवा उद्योग लगाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। इनमें से कई युवाओं को एनओसी भी दे दी गई है। जल्द एनओसी मिलने का सबसे बड़ा कारण यह है कि इंटरव्यू की व्यवस्था भी खत्म कर दी गई है। फार्म के आधार पर उनकी स्कैनिंग करके उसमें से आवेदक शॉर्ट लिस्ट कर लिए जाते हैं और उन्हें उद्योग शुरू करने का संदेश भेज दिया जाता है। केंद्र सरकार ने योजना में बदलाव करते हुए प्रधानमंत्री सृजन योजना में साक्षात्कार खत्म किया था। उसके बाद मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना व एक जिला एक उत्पाद योजना में भी साक्षात्कार खत्म कर दिया गया। कोरोना से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन में यह व्यवस्था शुरू की गई थी जो इस वर्ष गति पकडऩे लगी है।
स्क्रीनिंग के आधार पर मिलते हैं अंक
संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि नए उद्योग स्थापित करने में पहले बहुत समय लगता था। सबसे बड़ी प्रक्रिया आवेदन के बाद उद्यमियों को चयन करने की होती थी। इसमें आवेदन फॉर्म के आधार पर साक्षात्कार होता था इसमें कई बार महीने से तीन महीने तक का समय लग जाता था। अब ऐसा नहीें है। सभी योजनाओं के आवेदकों का चयन उनके आवेदन फॉर्म की स्क्रीङ्क्षनग के आधार पर किया जाता है। जिसके अंक 60 से अधिक आते हैं उसे पहले अवसर मिलता है जबकि इससे कम अंक आने वालों को भी मोबाइल पर संदेश भेजकर सुधार का समय दिया जाता है।