जीएसवीएम में होगी न्यूरो सर्जरी व न्यूरोलॉजी की पढ़ाई
मेडिकल कालेज को शासन की हरी झडी मिल गई है। पढ़ाई के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है। न्यूरो सर्जरी में एमसीएच व न्यूरोलॉजी में डीएम की 3-3 सीटों के लिए अनुमति मिली है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : मस्तिष्क एवं उससे संबंधित बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए अच्छी खबर है। ऐसे मरीजों को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के न्यूरो साइंसेज में बेहतर इलाज मुहैया होगा। इस सत्र से यहा सुपरस्पेशिएलिटी कोर्स की पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए शासन ने अनुमति प्रदान कर दी है। न्यूरो सर्जरी विभाग में एमसीएच (मास्टर इन न्यूरो सर्जरी) व न्यूरोलॉजी विभाग में डीएम (डाक्टरेट आफ मेडिसिन) की 3-3 सीटों के लिए हरी झडी दी है।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज का प्राचार्य बनने के बाद से डॉ. नवनीत कुमार न्यूरो साइंस सेंटर को विकसित करने में जुटे थे। उन्होंने पहले न्यूरोलॉजी एवं उसके बाद न्यूरो सर्जरी विभाग का गठन कराया। जीएसवीएम मेडिकल कालेज से संबद्ध एलएलआर अस्पताल (हैलट) स्थित न्यूरो साइंस सेंटर का शुभारंभ तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कराया था। उन्होंने उपकरणों की खरीद के लिए एक करोड़ रुपये भी स्वीकृत कराए। हालाकि बाद में उनकी सरकार ही चली गई। इधर योगी सरकार ने सेंटर को विकसित करने में पूरी मदद की। इसका परिणाम है डीएम एवं एमसीएच की पढ़ाई के लिए कम समय में उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन से जारी होना है।
अब एमसीआइ का होगा निरीक्षण
न्यूरो सर्जरी में एमसीएच व न्यूरोलॉजी में डीएम की 3-3 सीटों के लिए मिले उपयोगिता प्रमाण पत्र को सीएसजेएमयू में जमा किया जाएगा। उसके बाद मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की टीम निरीक्षण करने कालेज आएगी।