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'नटवरलाल' की हुई पेशी, 29 को फिर आएगा

बैंकों व लोगों से सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर फरार हुआ नटवरलाल ओम जायसवाल आठ साल बाद शुक्रवार को राजस्थान जेल से बी वारंट पर शहर आया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Jun 2019 02:03 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2019 06:26 AM (IST)
'नटवरलाल' की हुई पेशी, 29 को फिर आएगा
'नटवरलाल' की हुई पेशी, 29 को फिर आएगा

जागरण संवाददाता, कानपुर : बैंकों व लोगों से सौ करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी कर फरार हुआ नटवरलाल ओम जायसवाल आठ साल बाद शुक्रवार को राजस्थान जेल से बी वारंट पर शहर आया। किदवईनगर पुलिस ने धोखाधड़ी के दो मामलों में उसे एसीएमएम-सात कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने के साथ दूसरे मामले में 29 जून को दोबारा पेश करने के आदेश दिए। नौ साल पहले शहर में दो होटलों का मालिक व महंगी कारों से चलने वाला ओम जायसवाल कोर्ट में आने-जाने के दौरान मुंह छिपाता रहा। फिर भी लोग उसे पहचान गए और बोल पड़े देखो 'नटवरलाल'। देर शाम राजस्थान पुलिस उसे लेकर सीकर लौट गई।

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हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला ओम जायसवाल वर्ष 2008 में शहर आया था। यहां क्लासिक फ्लोर मिल, क्लासिक नाम से दो होटल व फाइनेंस कंपनियां खोलकर बैंकों व लोगों से करोड़ों की ठगी कर ली। वर्ष 2011 में नौबस्ता हंसपुरम स्थित आवास पर दबिश पड़ने पर शहर से फरार हो गया था। मार्च में राजस्थान की सीकर पुलिस ने उसे धोखाधड़ी के मुकदमों में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। शुक्रवार को किदवईनगर थाने में दर्ज दो मुकदमों में उसे राजस्थान जेल से पेशी पर लाया गया। अधिवक्ता अजय निगम ने बताया कि आरोपित को रणवीर सिंह की ओर से दर्ज मुकदमे में 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, जबकि अधिवक्ता की ओर से दर्ज मुकदमे में 29 जून को दोबारा पेशी होनी है। कोतवाली व फीलखाना पुलिस ने भी बी वारंट पर उसे बुलाने की तैयारी की है। विवेचक राजेश यादव ने बताया कि रिमांड पूरी होने पर उसे दोबारा कोर्ट लाया जाएगा। इस बीच सीकर में दर्ज मुकदमों में जमानत होती है तो उसे कानपुर जेल लाया जाएगा।

आखिरकार कोर्ट की दहलीज पर ओम को खींच लाए अधिवक्ता

ओम जायसवाल ने अधिवक्ता अजय निगम के नाम से फर्जी दस्तावेज लगा बैंक से लोन लिया था। उन्होंने किदवईनगर थाने में रिपोर्ट लिखाई थी। मामले में काफी पहले चार्जशीट लगाई जा चुकी है। पुलिस ने आरोपित को ढूंढ़ना बंद कर दिया था। मगर, अधिवक्ता नौ साल तक उसके पीछे लगे रहे। उसकी तलाश में चंडीगढ़, लुधियाना, सोनीपत आदि स्थानों पर गए। रिश्तेदारों से भी पूछा और आखिरकार उन्होंने राजस्थान जेल में बंद ओम को ढूंढ निकाला। अधिवक्ता ने बताया कि यह उनकी बड़ी जीत है। लेकिन वह हजारों लोगों से धोखाधड़ी करने वाले नटवरलाल को सजा दिलाने तक यह लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा पुलिस भी अब साथ दे रही है और पीड़ितों को इंसाफ जरूर मिलेगा।

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विदेश में हैं बेटा-बेटी, पत्नी सोनीपत में कर रही व्यवसाय

कोर्ट में पेशी के दौरान ओम जायसवाल काफी हताश और बीमार सा लगा। उसने अपने ऊपर लगे आरोपों से इन्कार कर दिया। कहा कि कोर्ट में सब आरोप झूठे साबित होंगे। बाद में एक अधिवक्ता के साथ बैठकर कुछ चर्चा करने लगा। बोला कि जो कुछ कमाया बेटे और बेटी की धूमधाम से शादी की। दोनों विदेश में हैं। दूसरी शादी की थी। पत्नी सोनीपत में व्यवसाय कर रही है। हालांकि उसने उसका पता ठिकाना नहीं बताया।


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