Lockdown-3.0: घर बना स्टेडियम, पलंग के कोर्ट और ऊन के नेट पर हो रही प्रैक्टिस
राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी तारिणी अपनी बहन सुविज्ञा के साथ घर में अभ्यास करने में जुटी हैं।
कानपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के दिनों में राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी सगी बहनें तारिणी व सुविज्ञा जुगाड़ तकनीक से अभ्यास में जुटी हैं। ग्रीनपार्क स्टेडियम बंद होने के चलते दोनों घर में ही पलंग को टेबल और नेट के लिए स्वेटर की ऊन का प्रयोग कर पसीना बहा रही हैं।
नवाबगंज में रहने वाले इलेक्ट्रीशियन अनिल कुमार की 15 वर्षीय बेटी तारिणी व 10 वर्षीय सुविज्ञा टेबल टेनिस में शहर का नाम रोशन कर रही हैं। तारिणी ने वर्ष 2019 में कानपुर जोन की ओर से खेलते हुए फर्रुखाबाद में आयोजित स्टेट टेबल टेनिस प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था। इसके बाद उन्हें गुजरात में हुई राष्ट्रीय टेबल टेनिस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिला था।
वहीं, सुविज्ञा पांच बार स्टेट प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर चुकी हैं। अब लॉकडाउन में स्टेडियम बंद होने से दोनों घर पर ही मेहनत कर रही हैं। उन्होंने फोल्डिंग पलंग पर प्लाई बोर्ड रखकर पुराने स्वेटर की ऊन से नेट बना लिया। इस तरह जुगाड़ से मिनी कोर्ट तैयार कर लिया। अभ्यास के दौरान अपने कोच अविनाश यादव से ऑनलाइन टिप्स भी ले रही हैं।
एकाग्रता व सीखने की ललक ही ताकत
कोच अविनाश यादव के मुताबिक एकाग्रता व सीखने की ललक इन बहनों को दूसरे खिलाडिय़ों से बेहतर साबित करती है। तारिणी का फोर हैंड शॉट व सुविज्ञा के कट शॉट का कोई जोड़ नहीं है। मां बनीं बेटियों का सहारा मां नीतू कुशवाहा बेटियों को करियर संवारने के लिए फिक्रमंद रहती हैं। सर्दी के दिनों में भी वह सुबह कोच से पहले स्टेडियम पहुंच जाती थीं। अभ्यास के दौरान मां अपनी बेटियों का उत्साहवर्धन करती रहती हैं। कानपुर टीटी एसोसिएशन के प्रेसीडेंट व पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संजीव पाठक इंट्री फीस में मदद करते हैं।